रांची: राजधानी के आड्रे हाउस में होली के हुड़दंग कविता के साथ हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में देश के कई प्रसिद्ध कवि शामिल हुए और अपने हास्य कविताओं के माध्यम से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.
सरस्वती वंदना के साथ हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत बनारस से आई कवित्री डॉ विभा सिंह ने बनारसी अंदाज में सरस्वती वंदना के साथ की. उसके बाद छत्तीसगढ़ राजनंदनगांव से आए सुप्रसिद्ध कवि डॉ अनिल कांत बख्शी ने होली की कविताओं के साथ समा बांधा और अपनी सुंदर कविताओं से सभी का मन मोह लिया. मुंबई से आए कवि अशोक सुंदरानी ने अपनी कविताओं से उपस्थित सभी दर्शकों को लोटपोट कर दिया. उन्होंने जूते पर एक व्यंग कविता सुनाई, जिसने लोगों को बार-बार हंसने पर मजबूर कर दिया.
विभाग के पदाधिकारी भी रहे मौजूद
इस हास्य कवि सम्मेलन का मंच संचालन डॉक्टर कमल बोस ने किया. इस अवसर पर विभाग के सहायक निदेशक विजय कुमार पासवान, प्रकाश कुमार वर्मा, कमल कुमार बोस, राकेश रमन, चंद्रदेव सिंह समते सैकड़ों कला प्रेमी उपस्थित हुए.