रांची: कांके बीएड कॉलेज का मामला तूल पकड़ रहा है. मामले को लेकर झारखंड कम्बाइंड परीक्षा के माध्यम से सफल करीब 100 विद्यार्थियों ने गुरुवार को सचिवालय के पास प्रदर्शन किया.
यह भी पढ़ें: मधुपुर विधानसभा उपचुनाव: BJP ने गंगा नारायण सिंह को दिया टिकट, झामुमो के हफीजुल अंसारी को देंगे टक्कर
अधर में लटका छात्रों का भविष्य
विद्यार्थियों का कहना है कि झारखंड के टॉप बीएड कॉलेजों में कांके सरकारी बीएड कॉलेज भी है. यहां सत्र 2020-21 के लिए उनका एडमिशन हुआ था. नामांकन लिए जाने के बावजूद नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन की ओर से इस कॉलेज का मान्यता रद्द कर दी गई है. ऐसे में इनका भविष्य अधर में लटक गया है. इससे सैकड़ों छात्रों की परेशानी बढ़ गई है.
इस मामले में विभाग के कर्मचारी भी उदासीन रवैया अपना रहे हैं. मान्यता रद्द होने की जानकारी भी विद्यार्थियों को नहीं दी गई. कॉलेज प्रबंधन भी नामांकन के दौरान इससे जुड़ी कोई भी सूचना विद्यार्थियों को नहीं दी और विद्यार्थी नामांकन लेते रहे. नामांकन लेने के बाद पता चला इस कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी गई है. मामले को लेकर विद्यार्थियों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित संबंधित अधिकारियों को भी चिट्ठी के माध्यम से अवगत कराया है. लेकिन, अब तक आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है.