रांची: डूमरदगा स्थित बाल सुधार गृह के किशोर बंदी को प्लेस ऑफ सेफ्टी में शिफ्ट किया जाएगा. पिछले दिनों ईटीवी भारत की टीम ने डूमरदगा स्थित बाल सुधार गृह की स्थिति का जायजा लेते हुए खबर दिखाई थी कि किस तरह से 100 बंदियों की क्षमता वाली इस बाल सुधार गृह में 150 से अधिक बाल बंदियों को रखा जा रहा है. जिसके कारण उसकी पुनर्वास की योजना भी पहुंच गई है, यही नहीं बाल सुधार गृह में बच्चे सुधारने के जगह में बिगड़ रहे हैं.
प्लेस ऑफ सेफ्टी में होगा परिवर्तन
ईटीवी भारत में खबर को दिखाए जाने के बाद डूमरदगा स्थित बाल सुधार गृह के किशोर बंदी को प्लेस ऑफ सेफ्टी किया जाएगा सिमडेगा के बाल सुधार गृह को प्लेस ऑफ सेफ्टी में परिवर्तन किया जाएगा. जबकि वहां के बाल बंदियों को रांची बाल सुधार गृह भेजा जाएगा डूमरदगा बाल सुधार गृह में रखे जा रहे, पलामू प्रमंडल के बाल बंदियों को भी यहां से हस्तांतरित किया जाएगा. पलामू में बाल सुधार गृह के लिए भवन का चयन कर लिया गया है पलामू प्रमंडल में बाल सुधार नहीं होने के कारण वहां के करीब 50 बंदियों को रांची के बाल सुधार गृह में रखा जाता था.
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बाल सुधार गृह में मात्र 10 कमरे
बाल सुधार के लिए क्षमता 100 की है, जबकि या अभी रांची जिला सहित पलामू प्रमंडल के तीन जिला के बाल और किशोर कैदियों को रखा जा रहा है बाल सुधार गृह में मात्र 10 कमरे हैं. करीब डेढ़ सौ कैदियों को वहां पर रखा जाता है किशोर बंदी और पलामू प्रमंडल के बाल कैदियों को जब यहां से शिफ्ट कर दिया जाएगा तो डूमरदगा बाल सुधार गृह में क्षमता के अनुसार ही कैदी बस जाएंगे. ऐसे में बाल सुधार गृह में चलाए जा रहे हैं पुनर्वास कार्यक्रम पढ़ाई लिखाई की पढ़ाई लिखाई सब कुछ सुचारू रूप से हो पाएगा.
पुनर्वास कार्यक्रम में तेजी
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अभिषेक कुमार ने कहा कि जब बच्चों को यहां से शिफ्ट कर दिया जाएगा और डूमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में क्षमता के अनुसार ही बाल कैदी रह जाएंगे तो जिला विधिक सेवा प्राधिकार की तरफ से चलाए जा रहे पुनर्वास कार्यक्रम को सुचारु रुप से चलाने में और भी मदद मिलेगा. बच्चों को अच्छा वातावरण मिलेगा इसके साथ ही पोषण और शिक्षा व्यवस्था भी पर्याप्त रूप से बाल कैदियों को मिल पाएगा.