रांची: कोरोना काल में रांची व्यवहार न्यायालय के सभी न्यायिक कार्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किए जा रहे हैं. इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार रांची के द्वारा किए जा रहे मध्यस्था में अब तक कुल 150 मामलों का निस्तारण किया गया है. इसमें लगभग 85 मामले में सफलता मिली है. इन मामलों में सबसे अधिक पारिवारिक मामले में सफलता मिली है, जिसका आंकड़ा 50 के पार है. विभिन्न न्यायालयों में लंबित फ्री लिटिगेशन पारिवारिक, सुलहनीय फौजदारी जैसे लगभग 450 मामले सूचीबद्ध हैं. जिसका निष्पादन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हर दिन मध्यस्था कर रही है.
ये भी पढ़ें: चाईबासाः कोड़ा दंपति ने तेल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ चलाई बैलगाड़ी, BDO को सौंपा ज्ञापन
डीएलएसए के मिडिएटर अपने स्थाई कार्यालय से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित होकर मामलों का निस्तारण कर रहे हैं. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के कारण मध्यस्था का कार्यक्रम बंद हो गया था, लेकिन झारखंड हाई कोर्ट के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने 12 मई से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मामलों का निष्पादन किया जा रहा है, जिसमे तलाक संबंधित मामले वैवाहिक मामले, भरण पोषण बच्चों का संरक्षण और अभिरक्षा, परिवार न्यायालय में लंबित अन्य मामले दहेज अधिनियम घरेलू हिंसा आदि आपसी रजामंदी के मामले शामिल हैं.