रांची: झारखंड के पारा शिक्षक और गैर-पारा जेटेट सफल अभ्यर्थियों ने संयुक्त संघ बनाकर आंदोलन शुरू करने की योजना बनाई है. इसके लिए पारा शिक्षकों और गैर-पारा जेटेट पास सफल अभ्यर्थियों ने संयुक्त रूप से संघ का गठन किया है और मांगें पूरी नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है (JTET successful candidates announced agitation).
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क्या है जेटेट पास अभ्यर्थियों की मांग: जेटेट सफल अभ्यर्थी शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2012 के तहत नियुक्ति करने की मांग कर रहे हैं (Agitation for reinstatement of permanent teacher). उनका कहना है कि वर्ष 2012 में प्रारंभिक शिक्षक नियुक्ति नियमावली के आधार पर जेटेट की परीक्षा हुई और 13 बार काउंसिलिंग कर सभी की 9300 वेतनमान (ग्रेड पे 4600) पर नियुक्ति हुई, लेकिन उसी नियमावली के तहत 2016 में जेटेट पास अभ्यर्थियों को पहले भाजपा की सरकार ने ठगा और अब झामुमो के नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार ठगने का काम कर रही है. पिछले 06 वर्षों में कोई नियुक्ति नहीं हुई और अब शिक्षकों को नया कैडर आचार्य शिक्षक बनाने की बात कर रही है, जिसका ग्रेड पे 2400 रुपये होगा. एक ओर जहां महंगाई बढ़ रही है तो सैलरी बढ़ाने की जगह कम कर शिक्षकों को बहाल करने की योजना बन रही है. एक ही विद्यालय में तीन तरह के टीचर्स होंगे यह गलत है.
अस्थाई रूप से पारा शिक्षक बनाने की बात का विरोध: परेशानी यह है कि 2016 में जो टेट की परीक्षा हुई थी, उसमें 2012 शिक्षक नियुक्ति नियमावली के पालन की बात थी, लेकिन अब नयी नियुक्ति नियमावली बनाने और जब तक वह नहीं बन जाता तब तक अस्थाई रूप से पारा शिक्षक बनाने की बात कही जा रही है. जिसका राज्य के 01 लाख 04 हजार जेटेट पास अभ्यर्थियों के संघ ने विरोध किया है. अगर 2012 नियुक्ति नियमावली के तहत बहाली नहीं हुई तो संघ चरणबद्ध आंदोलन करेगा.
स्थायी नियुक्ति की मांग: अपनी मांग के समर्थन में पारा शिक्षक/गैर पारा जेटेट सफल अभ्यर्थी संघ, झारखंड के प्रतिनिधि झारखंड मुक्ति मोर्चा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की झारखंड इकाई, राष्ट्रीय जनता दल की झारखंड इकाई के पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर अपनी मांगों का ज्ञापन सौपेंगे. उसके बाद संघ के नेता राज्य के शिक्षा मंत्री से मिलेंगे. अगर इसके बाद भी उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो राजभवन के समक्ष राज्यभर के 2016 में पास जेटेट अभ्यर्थी संघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा. जेटेट पास अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार 03 महीना का समय ले ले, लेकिन नियुक्ति नियमावली बनाकर स्थायी शिक्षक की बहाली 2012 की सेवा शर्तों के अनुसार करे, क्योंकि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार युवाओं को रोजगार का भरोसा दिलाकर ही सत्ता में आई है.