रांची: सातवीं से दसवीं जेपीएससी संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा के प्रारंभिक परीक्षा परिणाम के कारण उठे विवाद को लेकर लगातार हंगामा हो रहा है. इसी बीच राजभवन के बुलावे पर जेपीएससी के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी (Amitabh Choudhary) ने राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की और उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद जितने भी तरह की आपत्ति और सवाल खड़े हुए हैं. उन सभी का जवाब उम्मीदवारों को झारखंड लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर मिल जाएगी. जेपीएससी के चेयरमैन के बयान के बाद आंदोलनकारी अभ्यर्थियों की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है.
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इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मुझ पर भरोसा किया जा सकता है. आपत्तियों पर विचार करते हुए जवाब दिया जाएगा. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि उनके चेहरे की खुशी को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सब कुछ ठीक ही होगा. हालांकि उनके द्वारा दिए गए इस बयान के बाद जेपीएससी प्रबंधक से बातचीत करने वाले प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मनोज यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि जेपीएससी अपने गठन के बाद से ही विवादों में रहा है. कई लोगों पर केस मुकदमे चल रहे हैं. पूर्व के अध्यक्षों के हालत भी ऐसे ही थे. वह लोग खुद खुश जरूर रहते थे. लेकिन झारखंड के बेरोजगार युवा और अभ्यर्थी जेपीएससी से कभी नहीं खुश हुए हैं. जेपीएससी के वर्तमान अध्यक्ष अमिताभ चौधरी खुश रहे. इससे अभ्यर्थियों को आपत्ति नहीं है. लेकिन जेपीएससी की क्रियाकलापों से अन्य लोग भी खुश रहे. इसकी उम्मीद हमेशा से ही की जाती रही है.
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गौरतलब है कि झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से ली गई सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा पीटी परीक्षा में अभ्यर्थी गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं और इस मामले को लेकर लगातार चरणबद्ध आंदोलन भी किया जा रहा है. मंगलवार को भी आंदोलन की कड़ी में जेपीएससी कार्यालय का घेराव किया जा रहा था और उस दौरान मोराबादी मैदान के समीप जेपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज हुई थी और अब लाठीचार्ज के विरोध में भी अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं.