रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा उनके परिवार और करीबियों के खिलाफ भाजपा की ओर से हो रहे हमले का झामुमो ने जवाब देना शुरू कर दिया है. पार्टी नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने रघुवर दास पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार पर आरोप लगाने से पहले खुद की गिरेबां देखनी चाहिए.
ये भी पढ़ें-विवादों में चान्हो का औद्योगिक पार्क, स्थापना का क्या है मकसद, सीएम के नाम पत्थर खदान पर क्या बोले प्रार्थी के वकील?
सुप्रियो ने कहा कि सीएम रहते रघुवर दास के पुत्र को टाटा में नौकरी मिली. उन्होंने छत्तीसगढ़ के दर्जनों लोगों को टाटा की कंपनियों में नौकरियां दिलवाईं. लेकिन मुख्य विपक्ष दल होते हुए भी झामुमो ने इसको राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया. जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सीएम हेमंत के नाम से आवंटित जिस पत्थर खदान की बात की जा रही है, उस खदान से एक इंच पत्थर नहीं बेचा गया. उन्होंने दावा किया कि सीएम ने 2008 में लीज के लिए आवेदन दिया था. इसका जिक्र 2009, 2014 और 2019 के चुनावी एफिडेविट में है. फिर भी इसको ऑफिस ऑफ प्रॉफिट बताकर राज्यपाल को गुमराह किया गया. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर इस मसले पर अपना पक्ष रख चुका है.
सुनें सुप्रियो भट्टाचार्य का बयान सुप्रियो ने कहा कि रघुवर दास पांच साल तक सीएम रहे. इस दौरान उन्होंने कम से कम 25 बार सोहराय का जिक्र किया होगा. उन्हें क्या मालूम की सोहराय होता क्या है. उनका तो यहां की संस्कृति से कोई रिश्ता ही नहीं रहा है. सुप्रियो ने आरोप लगाया कि कोरोना से उबरने के बाद जब सरकार कमिटमेंट के साथ आगे बढ़ने लगी तो भाजपा को मिर्ची लगने लगी. इसी वजह से कभी राज्यपाल को ज्ञापन दिया रहा है तो कभी पीआईएल की जा रही है. अभिषेक और कल्पना सोरेन का बचावः सुप्रियो भट्टाचार्य ने पूछा कि 2016 में झारखंड का माइंस मिनिस्टर कौन था. उन्होंने कहा कि उस वक्त रघुवर दास के ही पास यह विभाग था. उसी समय साहिबगंज में अभिषेक प्रसाद के नाम खदान का आवंटन हुआ था. अब अचानक इसको मुद्दा बना रहे हैं. उस वक्त क्या वह किसी लाभ के पद पर बैठा था. ऐसी बेतुकी बातें उछालकर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि विज्ञापन के आधार पर कल्पना सोरेन की कंपनी को जमीन आवंटित हुई थी. इसमें क्या गलत है. उन्होंने कहा कि भाजपा वाले एक आदिवासी को आगे बढ़ता देखना नहीं चाहते हैं. इसलिए बेतुकी बातें कर रहे हैं.
सेंट्रल एजेंसियां झपट्टा मारने की फिराक मेंः सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि विकास को बाधित करने के लिए खेल रचा जा रहा है. महाराष्ट्र में क्या हो रहा है, यह सभी देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि सेंट्रल एजेंसियां झपट्टा मारने के लिए तैयार बैठी हैं. महाराष्ट्र के सीएम के सगे संबंधियों पर कार्रवाई हो रही है. एनसीपी नेताओं को सिर्फ भाजपा की आलोचना करने पर जेल में डाला जा रहा है. प. बंगाल में सीएम के सगे संबंधियों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. उसी पटकथा को झारखंड में दोहराने की साजिश रची जा रही है. पूरे षड़यंत्र के मूल में वही केंद्रीय एजेंसियां हैं. भाजपा बर्दाश्त नहीं कर पा रही है कि यहां आदिवासी-मूलवासी का शासन चल रहा है. झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह झारखंड है, कोई खैरात में मिला हुआ प्रदेश नहीं है. संघर्ष का लंबा इतिहास है. सोरेन परिवार के खिलाफ षडयंत्र बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि जबतक लोकतंत्र जिंदा है तबतक यहां झामुमो का शासन कायम रहेगा.