रांची: 15 नवंबर को पूरा देश भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाता है और इसी दिन झारखंडवासी भी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के साथ-साथ अपने राज्य के स्थापना दिवस भी मनाते हैं. झारखंडवासियों के लिए 15 नवंबर का दिन बेहद खास होता है.
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भगवान बिरसा मुंडा का नाता झारखंड से रहा है और अंग्रेजी हुकूमत के शासनकाल में उन्होंने अपनी अंतिम सांस रांची की धरती पर ही ली थी. उन्हीं की याद में कोकर में समाधि स्थल भी बनाया गया है. जहां पर झारखंड के दिग्गज नेताओं से लेकर बड़े-बड़े कार्यकर्ता तक पहुंचते हैं. मुख्यमंत्री राज्यपाल के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्री विधायक सहित विभिन्न नेता समाधि स्थल पहुंचते हैं.
इसी को लेकर झारखंड के सबसे बड़े और दिग्गज नेता कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शिबू सोरेन भी भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर पहुंचे और पुष्पांजलि एवं माल्यार्पण अर्पित कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी.
शिबू सोरेन हर वर्ष 15 नवंबर और 09 जून को भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर पहुंचकर उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. मालूम हो कि शिबू सोरेन बढ़ती उम्र के कारण अब ज्यादा चलना फिरना नहीं करते हैं, उसके बावजूद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर शिबू सोरेन हर वर्ष समाधि स्थल पर पहुंचकर उन्हें याद करते हैं और लोगों को यह संदेश देते हैं कि भगवान बिरसा मुंडा के सिद्धांतों पर चलने का काम करें. ताकि राज्य के आदिवासी और मूलवासी सूखी जीवन व्यतीत कर सकें. इस मौके पर जेएमएम के वरिष्ठ कार्यकर्ता विनोद पांडे, महुआ माझी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.