रांची: झारखंड में पिछले दिनों से बिजली आपूर्ति चरमरा गई है. अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार लोड शेडिंग से जनता परेशान है. ऐसे में राज्य की सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बिजली संकट का ठीकरा केंद्र की सरकार के ऊपर फोड़ा है. रांची में प्रदेश कार्यालय में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्या ने प्रेस वार्ता कर कहा कि पिछले तीन दिनों से राज्य जबरदस्त बिजली संकट से जूझ रहा है, क्योंकि केंद्र के आदेश से NTPC और पॉवर ग्रिड ने ओडिशा से मिलने वाली बिजली आपूर्ति को रोक दिया है.
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झामुमो प्रवक्ता ने इसे भाजपा की साजिश करार देते हुए कहा कि राज्य की सरकार और यहां की जनता को परेशान करने के लिए सेंट्रल कमांड से मिलने वाली बिजली की आपूर्ति रोकी गयी है, जिसका हम विरोध करते हैं. उन्होंने ने कहा कि गोड्डा में अडाणी पॉवर प्लांट के साथ हुए पूर्व के समझौते के तहत 400 मेगावाट बिजली राज्य को मिलना है, लेकिन वह हम महंगे दर पर क्यों खरीदें?
इंडिया गठबंधन से घबराई हुई है भाजपा-सुप्रियो: सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि दरअसल केंद्र की भाजपा सरकार और उसके वरिष्ठ नेता इंडिया गठबंधन के गठन और उसकी लोकप्रियता से घबरा गए हैं. उन्होंने कहा कि पटना में इंडिया गठबंधन की पहली बैठक का उपहास करने वाली भाजपा और एनडीए के दल दूसरी और तीसरी बैठक होते-होते इतना हताश हो गए हैं कि उन्हें एलपीजी के दाम कम करने पड़ रहे हैं तो संसद का विशेष सत्र बुलाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार इतनी हताश है कि संसद का विशेष सत्र बुलाने की जानकारी भी संसदीय कार्यमंत्री ट्वीटर के माध्यम से देते हैं. बैठक का एजेंडा क्या है, इसकी जानकारी अभी विपक्ष के किसी नेता को नहीं दी गई है.
'अपनी जिम्मेवारी और जवाबदेही निभाएंगे हेमंत सोरेन': झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने इंडिया के राष्ट्रीय स्तर पर बनी कोऑर्डिनेशन कमेटी में हेमंत सोरेन को जगह मिलने पर इंडिया दलों के नेताओं को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि हम सब शिबू सोरेन के बताए मार्ग पर चलने वाले लोग हैं. देश और संविधान बचाने के लिए हेमंत सोरेन अपनी भूमिका बखूबी निभाएंगे.