रांची: इजराइल के जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस (Israeli Spy Software Pegasus) की खबर सामने आने के बाद चिंता व्यक्त की है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि इजराइल की एक कंपनी का तर्क है कि पेगासस सॉफ्टवेयर को सुरक्षा की दृष्टि से डेवलप किया गया है, लेकिन ये सॉफ्टवेयर डाटा कलेक्शन का काम करती है. इसके जरिए 2017 से लेकर अब तक की जो प्रारंभिक जानकारी है, उसके मुताबिक कई विपक्षी नेता जज और पत्रकारों के फोन भी टैपिंग हुई है.
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सुप्रियो ने कहा कि पहले प्रॉन्स के साथ खरीदे गए राफेल विमान में हुए कथित तौर पर घोटाले की जांच संबंधित देश में शुरू हुई है. अब जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस की जानकारी सामने आ गई है. पूरी घटना बीजेपी के खिलाफ राजनीति करने वाले के लिए एक बड़ा संदेश है. उन्होंने कहा कि देश में बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ बोलना कितना खतरनाक साबित हो सकता है. ये किसी से छुपा नहीं है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस पर संज्ञान लेना होगा. उन्होंने कहा कि ऐसे सॉफ्टवेयर से जुड़े खुलासे ने प्राइवेसी को लेकर यूजर्स की चिंता बढ़ा दी है. पेगासस इजरायल के साइबर इंटेलिजेंस सिक्योरिटी फ्रॉम NSO ग्रुप ने डेवेलप किया है.
अब देश में सरकार के खिलाफ बोलना लिखना और चर्चा करना भी संवैधानिक रूप से प्रतिबंध हो गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को हटाने का भी कारण इसी पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बताया है. उन्होंने कहा कि देश में अब राज्य सरकार विभिन्न संवैधानिक पदों पर बैठे हुए अधिकारी पुलिस महकमा के लोग या फिर अन्य किसी भी गणमान्य का डाटा सुरक्षित नहीं है. बीजेपी के खिलाफ राजनीति करने वाले दलों के लिए केंद्र सरकार की यह एक चाल है.
धर्मांतरण के मुद्दे पर बाबूलाल को घेरा
धर्मांतरण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बताएं कि देश भर में धर्मांतरण को लेकर किस तरह का माहौल खड़ा किया जा रहा है. वहीं, इसी दौरान सुप्रियो भट्टाचार्य ने मोदी सरकार पर वैक्सीन को लेकर भी एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि झारखंड के साथ लगातार वैक्सीनेशन को लेकर सौतेला व्यवहार केंद्र सरकार की ओर से किया जा रहा है.