रांचीः हेमंत सरकार के 1000 दिन पूरा होने पर (Thousand days of Hemant Soren Sarkar) झारखंड मुक्ति मोर्चा ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया. जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि एक हजार दिन की उपलब्धियां तो झांकी है अभी एक लाख दिन आने बाकी हैं.
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झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि एक हजार दिन की शुरुआत के 500-600 दिन तो सरकार को ग्लोबल महामारी कोरोना से राज्यवासियों को बचाने में लग गए. जब केंद्र की भाजपा सरकार ने बिना सोचे समझे लॉकडाउन लगाकर लोगों को मरने के लिए सड़कों पर छोड़ दिया था, तब हेमंत सरकार ने लोगों के लिए दीदी किचन चलाया. इसके अलावा दूसरे राज्यों में फंसे झारखंड के लोगों को ट्रेन और प्लेन से वापस लाए, उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की.
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 10 रुपये में धोती साड़ी योजना हो, यूनिवर्सल पेंशन हो, पारा शिक्षकों का सम्मानजनक रूप से सहायक शिक्षक के रूप में समायोजन हो, 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण, पेट्रोल पर सब्सिडी हो, किसानों की ऋण माफी हो, कोरोना के समय देश को ऑक्सीजन सप्लाई का मामला हो, हर मामले में हेमन्त सोरेन सरकार ने साबित किया है कि उसकी सोच और दिल में झारखंड के सवा तीन करोड़ जनता का हित बसते हैं.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि वह अपनी पूर्व की सरकार के पांच साल में हुए कार्यों की जानकारी सार्वजनिक करें, ताकि जनता जाने कि भाजपा के शासन के 05 साल में क्या हुआ और हेमंत सरकार के कार्यकाल में कोरोना के बावजूद कितने जन उपयोगी काम हुए. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश की ओर से सरकार को शून्य नंबर दिए जाने पर उन्होंने कहा कि जो शून्य है, उसे शून्य ही दिखेगा. सरकार ने अपनी घोषणा का 60% पूरा किया है और बाकी बचे दिनों में 40% काम भी पूरा करेगी. फिर जनता की अदालत में महागठबंधन जाएगा.
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र के असहयोग और लगातार सरकार को अस्थिर करने की कोशिश के बावजूद राज्य की सरकार पिछले 1000 दिनों में बेहतरीन काम किया है और आगे भी जनता की सेवा करती रहेगी. भाजपा के पास राजनीति करने का कोई मुद्दा अब नहीं बचेगा. इसलिए उनके नेताओं को पर्यटन और तीर्थ आध्यात्म के लिए झारखंड आना चाहिए.