रांचीः शुक्रवार से शुरू होने वाले झारखंड विधानसभा के बजट सत्र से पहले गुरुवार देर शाम कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर झामुमो. विधायक दल की बैठक आयोजित की गई. बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायकों से कहा है बजट सत्र के दौरान विपक्षी पार्टियां खासकर बीजेपी के गुमराह करने वाले और झूठे आरोपों का पूरी ताकत से जवाब देंगे. मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों और विधायकों से कहा कि पिछले 2 वर्ष के कामकाज की पूरी जानकारी रखें, ताकि विपक्ष के हर सवाल का जवाब तथ्य के साथ दे सके.
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बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने दो साल के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दौरान बड़ी-बड़ी चुनौतियां थी. कोरोना संक्रमण की विपरित परिस्थिति के साथ साथ राज्य का खजाना भी खाली था. बीजेपी के शासनकाल में कर्ज को ही आय का स्रोत मान लिया था. बीजेपी ने राज्य की जनता को दिग्भ्रमित किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जो अपेक्षित सहायता मिलनी चाहिए थी, नहीं मिल रही है. जीएसटी और सीसीएल का बकाया झारखंड को नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के साथ दोहरा मापदंड अपना रही है.
मुख्यामंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने झारखंड को पिछले दो साल से उपेक्षा कर रही है. हम अपने बल पर झारखंड के हित में काम किया है. मुख्यमंत्री ने विधायकों से कहा कि सदन में यह बताने का प्रयास करें कि राज्य सरकार संसाधनों और संभावनाओं का समन्वय बनाकर राज्य को नई दिशा देने का कार्य कर रही है. राज्य में राशन कार्डधारियों को पेट्रोल में प्रति लीटर 25 रुपये की सब्सिडी, स्वजन पेंशन योजना, रोजगार के विभिन्न आयामों पर काम, नियुक्तियों में रफ्तार आदि के जरिए भाजपा को जवाब दिया जा सकता है. बैठक में मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, चम्पई सोरेन, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी, हाफिजुल हसन अंसारी, विधायक लोबिन हेंब्रम, स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, सुदिव्य कुमार सोनू, मथुरा प्रसाद महतो, समीर मोहंती, भूषण तिर्की, रामदास सोरेन सहित अन्य विधायक उपस्थित थे.