रांची: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने गुरुवार को लोकसभा सदन में शून्यकाल के दौरान झारखंड में बलात्कार, साइबर अपराध और धर्मांतरण का मुद्दा उठाया था और झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी. इसे लेकर झामुमो की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव ने निशिकांत दुबे पर जमकर हमला बोला है.
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मानहानी का मुकदमा दायर
इसे लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि निशिकांत दुबे का सारा खेल धीरे-धीरे खत्म हो रहा है. फर्जी जमीन, फर्जी तरीके से पैसा कमाना, लोगों को प्रताड़ित करना सारी चीजें सामने आ रही है. अब कोर्ट जल्द ही उन पर निर्णय लेने वाला है. इसीलिए लगता है उसी डर से निशिकांत दुबे ने ऐसी बातें कही है. मुख्यमंत्री कोई व्यक्ति नहीं होता है, प्रधानमंत्री कोई व्यक्ति नहीं होता है, बल्कि एक संस्थान होते हैं. आप उस पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. ऐसे आरोपों का कोई आधार नहीं है. इसी प्रकार के आरोपों के कारण झारखंड में उन पर मानहानी का मुकदमा दायर है.