रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने एक बार फिर प्रदेश भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पत्रकारों को कोरोना वारियर्स का दर्जा डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत केंद्र सरकार ही दे सकती है. दीपक प्रकाश इस मामले को केंद्र सरकार के संज्ञान में लाएं तो बेहतर होगा. सुप्रियो ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश और केंद्र सरकार पर कई आरोप भी लगाए.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में 35 हजार करोड़ रुपये वित्त मंत्री ने टीकाकरण के लिए रखा था. लेकिन सरकार ने ही माना है कि वैक्सीन के रिसर्च, वैक्सीन के डेवलपमेंट और प्रोडक्शन के लिए केंद्र सरकार ने एक भी पैसा न तो सीरम इंस्टिट्यूट को दिया और न ही भारत बायोटेक को दिया है. ये सारे पैसे कुछ बाजार से जुटाए गए और कुछ विदेशी फंड से मिले. पीएम का फोटो वैक्सीनेशन के फॉर्म में लगा देने से उनको क्रेडिट नहीं जाता है. ये बीजेपी को समझना चाहिए.
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'लोग मर रहे थे और पीएम रैली में व्यस्त थे'
झामुमो महासचिव ने कहा कि भाजपा-कांग्रेस का आपस में राजनीतिक द्वेष हो सकता है. लेकिन जब मार्च-अप्रैल में सबसे ज्यादा मौत हो रही थी उस वक्त प्रधानमंत्री कहां थे. प्रधानमंत्री बंगाल के दौरे पर थे. साथ में गृह मंत्री का भी आना जाना लगा था. यहां तक कि महाराष्ट्र सरकार ने जब गृह मंत्रालय से गुहार लगाई तो कहा गया कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बंगाल चुनाव में व्यस्त हैं. इसका जबाब तो अब भाजपा को ही देना होगा.
'देश की इस स्थिति की जिम्मेदार भाजपा'
सुप्रियो ने कहा कि देश की इस स्थिति की जिम्मेदार भाजपा ही है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्र को सुझाव दिया था कि किस तरह एक होकर इस महामारी से लड़ा जा सकता है. उस दौरान भी भाजपा अपने घमंड पर रही थी और एक महीने तक कोई ध्यान नहीं दिया. फिर आचानक केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि 18 वर्ष के ऊपर के लोगों का टीकाकरण होगा और उसकी जिम्मेदारी राज्य की होगी. सुप्रियो ने कहा कि पीएम ने सीएम और डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. लेकिन, किसी भी सीएम को कुछ बोलने का मौका नहीं दिया गया.