रांचीः झामुमो ने राजधानी में एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर भाजपा पर आचार संहिता उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा इंडियन फॉरेस्ट एक्ट संशोधन बिल पर प्रतिक्रिया दी है और कहा गया है कि बिल केंद्र सरकार वापस लेती है. यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन का मामला है. इस मामले पर झामुमो ने चुनाव आयोग से भाजपा पर कार्रवाई करने की मांग की है. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर कई गंभीर आरोप भी लगाया है.
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चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग
झारखंड के सियासत में विधानसभा चुनाव को लेकर जहां सभी राजनीतिक दलों में दलबदल का दौर शुरू है. वहीं नेताओं का वार पलटवार भी जारी है. ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने एक बार फिर एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर भाजपा पर कई गंभीर आरोप जड़ा है. दरअसल इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भारत सरकार के वन और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेडकर द्वारा दिल्ली में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन का हवाला देते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ने वन अधिकार अधिनियम 1927 संशोधित बिल से संबंधित प्रस्ताव के संबंध में केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने झारखंड में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह कहना कि इस बिल को भारत सरकार वापस लेती है, जो सरासर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है.
सुप्रियो ने कहा कि आदिवासी के जीवन को झकझोर देने का बिल के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने संघर्ष किया था, लेकिन केंद्र सरकार ने उस दौरान गौर नहीं किया. झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय वन पर्यावरण मंत्री यह बयान देते हैं कि इस बिल को केंद्र सरकार वापस लेती है जो सरासर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है. इसे लेकर चुनाव आयोग को कार्रवाई करना चाहिए झामुमो इसकी मांग करती है.