रांचीः भारत सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत न्यू अर्बन इंडिया: ट्रांसफॉर्मिंग अर्बन लैंडस्केप' सम्मेलन सह एक्सपो का आयोजन किया गया है. इस एक्सपो में झारखंड की ओर से नगरीय प्रशासन निदेशालय की निदेशक विजया जाधव की अगुवाई में PMAY(U) और DAY-NULM योजना की स्टेट टीम शामिल हुई है. इसके साथ ही एक्सपो में झारखंड के लाइट हाउस प्रोजेक्ट, रांची और कालिरेखा कुष्ठ आश्रम और देवघर के प्रोजेक्ट मॉडल को प्रदर्शित किया गया है.
महोत्सव के दूसरे दिन डिजिटल अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में आजीविका की सुविधा बढ़ाने वाले मार्केट लीडर्स के साथ साझेदारी विषय पर सेमिनार आयोजित की गई. सेमिनार में नगरीय प्रशासन निदेशालय की निदेशक विजया जाधव ने सोनचिरैया ब्रांड’ के तहत रांची नगर निकाय क्षेत्र अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तीज पर्व के अवसर पर तैयार की गई ‘सोनचिरैया गुजिया’ के उत्पादन, ब्रांडिंग और उसकी मार्केटिंग की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस राह में हमें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा.
एक मंच पर आ गया है वैश्विक बाजार
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण की वजह से वैश्विक बाजार एक मंच पर आ गया है. यह एक अच्छा अवसर है, जिसका फायदा हमें उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक नगर निकाय के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने व्यक्तिगत रूचि दिखाई, जिसका कुछ लाभ मिला. हालांकि, यह रास्ता आसान नहीं था. क्योंकि ये महिलाएं जिस राज्य से संबंधित हैं, वहां साक्षरता दर काफी कम है. ज्यादातर महिलाएं आज के जमाने के मुताबिक डिजिटली और तकनीकी रूप से साक्षर नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को और सक्षम बनाने की जरूरत है.
नगर निकायों से बाहर पहुंचाना होगा उत्पाद
विजया जाधव ने कहा कि स्वंय सहायता समूह की महिलाएं सोनचिरैया ब्रांड के तहत गुजिया और अन्य उत्पाद तैयार कर रही हैं, जिसकी बिक्री सिर्फ नगर निकाय क्षेत्रों में कर रही हैं. उन्होंने कहा कि उनके उत्पाद को देश के सबसे दूर के हिस्से तक पहुंचाना भी एक चुनौती है, जिसका समाधान निकालना होगा.