रांची: झारखंड में जेलों में कार्यरत कक्षपालों ने बिहार की तर्ज पर वेतन और भत्तों की मांग की है. कक्षपालों ने वेतन पुनरीक्षण की मांग को लेकर राज्य सरकार के गृह विभाग और जेल आईजी को पत्र लिखा है. कक्षपालों ने वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग सरकार से की है. कक्षपालों के मुताबिक, राज्य अलग होने से पूर्व संयुक्त बिहार में कक्षपालों की सुविधाएं समान थीं, लेकिन झारखंड राज्य बनने के बाद यहां वेतन पुनरीक्षण नहीं हुआ.
क्या है मांग
झारखंड के काराओं में कार्यरत कक्षपाल, उच्च कक्षपाल और मुख्य कक्षपाल को 1900, 2000 और 2400 रुपये का ग्रेड पे मिलता है, लेकिन बिहार में समान कार्य के लिए क्रमश: 2000, 2400 और 2800 रुपये का ग्रेड पे मिलता है. वहीं झारखंड में कक्षपालों को पोषाहार के तौर पर महज 100 रुपये मिलते हैं, जबकि बिहार में कक्षपालों को पोषाहार के तौर पर 3000 रुपये मासिक मिलता है. इसी तरह बिहार में वर्दी भत्ता के तौर पर 10 हजार जबकि झारखंड में 3 हजार रुपये मिल रहा है. झारखंड जेल मेंस एसोसिएशन की मांग है कि बिहार के तर्ज पर झारखंड के कक्षपालों को सम्मानजनक वेतन और भत्ता मिला.
ये भी पढ़ें-जम्मू-कश्मीर : डीडीसी चुनाव के लिए भाजपा के 72 उम्मीदवारों की सूची जारी
आठ- दस साल से जमे कर्मियों के तबादले की मांग
झारखंड जेल मेंस एसोसिएशन ने मांग की है कि आठ से दस साल से एक ही जेल में जमे कर्मियों का तबादला किया जाए.जेल मेंस एसोसिएशन का तर्क है कि एक ही जेल में लंबे समय से रहने से जेल कर्मियों का संबंध वहां बंद अपराधियों से हो जाता है. ऐेसे में भ्रष्टाचार फैलने की आशंका रहती है. एसोसिएशन ने तबादले को लेकर भी जेल आईजी से पत्राचार किया है.