रांची: ज्योति वंदना लकड़ा आज बेहद खुश हैं. झारखंड सरकार की स्कॉलरशिप योजना के तहत उन जैसे गरीब विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा पाने के लिए ब्रिटेन के विश्वविद्यालय भेजा जा रहा है. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत इस साल चयनित 25 विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रशस्ति पत्र देकर शुभकामना दी. इस मौके पर ब्रिटेन और आयरलैंड के विश्वविद्यालयों में एमबीए, एमए जैसी पढ़ाई करने जा रहे विद्यार्थियों की खुशी देखते बन रही थी. जमशेदपुर की जे नीतू सोरेन कहती हैं कि उन्होंने सपना में भी नहीं सोचा था कि उन्हें विदेश में पढ़ने का मौका मिलेगा और उसमें भी झारखंड सरकार मुफ्त सुविधा मुहैया कराएगी.
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सीएम फेलोशिप योजना लायेगी सरकार-सीएम: अब झारखंड के विद्यार्थी विदेशों में पीएचडी, एमफिल जैसी डिग्री मुफ्त में पा सकेंगे. राज्य सरकार सीएम फेलोशिप योजना ला रही है जिसके तहत ना केवल मुफ्त शिक्षा मिलेगी बल्कि राज्य सरकार विदेश आने-जाने में होनेवाले खर्च का भी वहन करेगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उसकी घोषणा करते हुए कहा है कि सीएम फैलोशिप के तहत झारखंड के विद्यार्थी दुनिया के 100 विश्वविद्यालय से पीएचडी कर सकेंगे. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत साल 2023- 24 में चयनित 25 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र सौंपते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार छात्रों और युवाओं के लिए कई योजना चला रही है. जिसके तहत मुफ्त शिक्षा से लेकर कोचिंग संस्थान में नि:शुल्क शिक्षण की व्यवस्था सरकार कर रही है.
इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का यह महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत करीब 16 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं. इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने कहा कि आप अपनी प्रतिभा का लोहा भले ही देश दुनियां में मनवाएं मगर झारखंड को नहीं भूलें. यह स्कॉलरशिप कई मायनों में अहम है. जिस धरती पर तिलका मांझी फूलो झानो जैसे शहीदों ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ते हुए शहादत दी उसी अंग्रेजों की धरती पर आप पढ़ाई करने जा रहे हैं.
आम तौर पर केन्द्र और राज्य सरकार की योजना में यह बंदिशें लगाई जाती हैं कि एक निश्चित समयसीमा तक आपको उस स्थान पर सेवा देना होगा. मगर झारखंड सरकार ने कोई बंदिश नहीं रखी है. आप स्वतंत्र होकर पढ़ाई करिए आगे बढ़िए और अपना नाम रोशन करिए. मगर झारखंड को नहीं भूलिए.