रांची: आपसी भाईचारा और सौहार्द का पर्व होली के रंग को कुछ असामाजिक तत्व फीका कर सकते हैं. झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट के अनुसार लोकसभा चुनाव में फायदा उठाने के लिए संप्रदायिक घटना या तनाव की स्थिति उत्पन्न करवाई जा सकती है.
राज्य की स्पेशल ब्रांच ने सभी जिले के डीसी और एसपी को पत्र भेजकर अलर्ट जारी किया है. स्पेशल ब्रांच के रिपोर्ट के बाद राजधानी की पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर है. रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता खुद राजधानी की सुरक्षा को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
हर तरफ फोर्स तैनात
होली को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इस अवसर पर हुड़दंगियों और असामाजिक तत्वों पर पुलिस की विशेष नजर रहेगी. पर्व के दौरान माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने पर पुलिस उसे चिन्हित कर जेल भेजने की तैयारी कर चुकी है. राजधानी के लगभग हर चौक चौराहों से आने जाने वालों पर पुलिस सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रख रही है. लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए पुलिस अपनी ओर से विशेष तैयारी कर चुकी है, असमाजिक तत्वों से निबटने के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त फोर्स मंगाकर शहर के सुरक्षा में तैनात किर दिया है.
थाना प्रभारी करेंगे गस्त
एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को सख्त आदेश दिया है कि वह होली के दिन सक्रिय रहें, अपने क्षेत्र में लगातार गश्त लगाते रहें. एसएसपी ने थाना प्रभारी को आदेश देते हुए कहा कि किसी प्रकार की सूचना मिलने पर अपने आसपास से सटे थाना प्रभारी और डीएसपी से संपर्क स्थापित कर आम लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करें. इसके अलावा उन्होंने सभी थाना प्रभारी को अपने-अपने पीसीआर ,टाइगर पुलिस और बीट पुलिस में लगातार संपर्क स्थापित करने को कहा है जिससे पूरी शहर की जानकारी उन्हें मिल सके.
हर थाने में क्विक रिस्पांस टीम तैनात
सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक ना हो इसके लिए सभी थानों में क्विक रिस्पांस टीम को भी तैनात किया गया है. सभी जवानों को आदेश दिया गया है, कि त्योहार के दौरान सभी जवान चौकन्ना रहे हैं. जरूरत पड़ने पर उन्हें दूसरे थाना क्षेत्र में भी भेजा जा सकता है. एसएसपी अनीश गुप्ता ने अधिकारियों को भी त्यौहार के दौरान मुस्तैद रहने का आदेश दिया गया है, साथ ही सभी डीएसपी को अपने संबंधित थाना प्रभारी से लगातार संपर्क में रहने को कहा है.
क्यों है अलर्ट
दरअशल होली के अवसर पर झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने सभी जिलों के डीसी और एसपी को अलर्ट जारी किया है. अलर्ट में होली के दौरान सांप्रदायिक घटना या तनाव की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका जताई गई है. इस तनाव को लोकसभा चुनाव में फायदे के लिए सांप्रदायिक व राजनीतिक रंग भी दिया जा सकता है. पुलिस ने झारखंड के ऐसे 1003 संप्रदायिक तत्वों को चिन्हित किया है, जिसमें सर्वाधिक हजारीबाग में 247 और जमशेदपुर में 169 लोगों को चिन्हित किया गया है. सांप्रदायिकता फैलाने वालों की सूची में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के झारखंड प्रमुख समेत कई लोगों के नाम भी शामिल है.
- क्या है विशेष आदेश
- स्पेशल ब्रांच के द्वारा सभी जिलों के एसपी को यह आदेश दिया गया है, कि सांप्रदायिक तत्वों की विशेष रूप से मॉनिटरिंग करें.
- होली के दौरान पुलिस बलों को छोटी टुकड़ों में नहीं रख कर बड़ी संख्या में रखी जाए.
- हर थाना क्षेत्र में 10 - 10 मोटरसाइकिल पर सादे कपड़ों में पुलिसबल की तैनाती के निर्देश दिया जाए.
- धार्मिक स्थलों पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम और बड़े पशु की तस्करी को हर हाल में बंद करने का निर्देश दिया गया है.
तीन साल की वारदातों को आधार में रख बना लिस्ट
स्पेशल ब्रांच ने सभी जिलों में पिछले 3 साल से घटी सांप्रदायिक घटनाओं के आधार पर जिला बार संप्रदायिक तत्वों को चिन्हित किया है. जिलों के एसपी को सांप्रदायिक तत्वों पर विशेष नजर रखने का टास्क भी दिया गया है.
होली के मद्देनजर मंगलवार शाम शहर में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया. कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल के नेतृत्व में रांची के अल्बर्ट एक्का से सुजाता चौक तक फ्लैग मार्च किया गया. होली शांतिपूर्ण तरीके से बीते इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. फ्लैग मार्च में रैप, जैप के जवान के साथ-साथ जिला पुलिस और वरीय पुलिस अधिकारी शामिल थे.
कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल ने कहा की होली के साथ साथ चुनाव करीब है, असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.