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Jharkhand News: 66वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में भाग लेने घाना जायेंगे स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो, अंतरराष्ट्रीय मंच पर रखेंगे विचार

झारखंड के स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो को 66वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में शामिल होने का मौका मिला है. कार्यक्रम का आयोजन 30 सितंबर से 6 अक्टूबर तक अकरा में किया जाना है.

Jharkhand News
स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो को 66वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में शामिल
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 13, 2023, 3:19 PM IST

जानकारी देते रांची विधायक सीपी सिंह

रांची: 66वां राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन इस साल घाना की राजधानी अकरा में 30 सितंबर से 6 अक्टूबर तक आयोजित होगी. इस सम्मेलन में 58 सदस्य देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे. झारखंड से विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो बतौर प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसके अलावा आब्जर्वर के रूप में दो विधायक सीपी सिंह और निरल पूर्ति भी रहेंगे.

ये भी पढ़ें: झारखंड विधानसभा का एक प्रयोग देश के लिए बन सकता है नजीर, जानिए किस बात पर बोले स्पीकर रबींद्र नाथ महतो

विशेषज्ञ और डेलीगेट्स रखेंगे विचार: सात दिवसीय इस सम्मेलन में अलग-अलग विषयों पर हर दिन विभिन्न देशों के विशेषज्ञ और डेलीगेट्स के द्वारा विचार रखे जायेंगे. राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में भाग लेने की तैयारी में जुटे विधायक सीपी सिंह कहते हैं कि हर साल यह सम्मेलन कॉमनवेल्थ देशों के प्रतिनिधियों के बीच होता है. जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा होती है. इस साल आठ एजेंडे रखे गए है. जिसमें झारखंड की ओर से भाग लेनेवाले प्रतिनिधियों के द्वारा भी समय मिलने पर विचार रखे जायेंगे.

गौरतलब है कि 66वें राष्ट्रीय संसदीय सम्मेलन की मेजबानी घाना की संसद और सीपीए घाना शाखा द्वारा की जा रही है. जिसमें कई विषयों पर चर्चा के साथ-साथ बैठकर भी होगी. जिसमें राष्ट्रमंडल महिला सांसदों और सीपीए कार्यकारी समिति की बैठक आदि शामिल है.

66वें सीपीसी में इन 8 विषयों पर होगी चर्चा :

  1. राज्य के लिए आतंकवाद का खतरा संसद की भूमिका
  2. संसद में लिंग कोटा- अंत क्या एक साधन?
  3. छोटे न्याय क्षेत्रों के लिए सतत व्यापार और आर्थिक विकास का क्या मतलब है ?
  4. युवा गोलमेज सम्मेलन: अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और शांति निर्माण में राष्ट्रमंडल की भूमिका
  5. ऊर्जा गरीबी से निपटने में पर्यावरण दृष्टिकोण
  6. शक्तियों के पृथक्करण पर लैटिमर हाउस सिद्धांतों के 20 वर्ष क्या यह काम कर रहा है?
  7. राष्ट्रमंडल चार्टर: सभी मानवाधिकारों के लिए एक चार्टर या बस कुछ के लिए?
  8. ई संसद: अंतर्सबंधीय विविधता और न्यायसंगत सार्वजनिक सहभागिता के लिए प्रभावी तंत्र?

65वां सम्मेलन कनाडा में हुआ था: पिछले साल 2022 में 65 वन राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन हेलीफैक्स कनाडा में आयोजित किया गया था. जिसमें झारखंड विधानसभा के प्रतिनिधि के तौर पर आजसू विधायक लंबोदर महतो ने भाग लिया था. गौरतलब है कि कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री संगठन, जिसे पहले एंपायर पार्लियामेंट्री संगठन के नाम से जाना जाता था एक संगठन है, जो लोकतंत्र और मानवाधिकारों के ऊपर काम करती है. इसमें वर्तमान समय में 58 देश के प्रतिनिधि शामिल है. जिनकी कुल सदस्यता 18 हजार है. जिसमें सांसद और विधायक शामिल हैं. इसका मुख्यालय लंदन में है.

जानकारी देते रांची विधायक सीपी सिंह

रांची: 66वां राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन इस साल घाना की राजधानी अकरा में 30 सितंबर से 6 अक्टूबर तक आयोजित होगी. इस सम्मेलन में 58 सदस्य देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे. झारखंड से विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो बतौर प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसके अलावा आब्जर्वर के रूप में दो विधायक सीपी सिंह और निरल पूर्ति भी रहेंगे.

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विशेषज्ञ और डेलीगेट्स रखेंगे विचार: सात दिवसीय इस सम्मेलन में अलग-अलग विषयों पर हर दिन विभिन्न देशों के विशेषज्ञ और डेलीगेट्स के द्वारा विचार रखे जायेंगे. राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में भाग लेने की तैयारी में जुटे विधायक सीपी सिंह कहते हैं कि हर साल यह सम्मेलन कॉमनवेल्थ देशों के प्रतिनिधियों के बीच होता है. जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा होती है. इस साल आठ एजेंडे रखे गए है. जिसमें झारखंड की ओर से भाग लेनेवाले प्रतिनिधियों के द्वारा भी समय मिलने पर विचार रखे जायेंगे.

गौरतलब है कि 66वें राष्ट्रीय संसदीय सम्मेलन की मेजबानी घाना की संसद और सीपीए घाना शाखा द्वारा की जा रही है. जिसमें कई विषयों पर चर्चा के साथ-साथ बैठकर भी होगी. जिसमें राष्ट्रमंडल महिला सांसदों और सीपीए कार्यकारी समिति की बैठक आदि शामिल है.

66वें सीपीसी में इन 8 विषयों पर होगी चर्चा :

  1. राज्य के लिए आतंकवाद का खतरा संसद की भूमिका
  2. संसद में लिंग कोटा- अंत क्या एक साधन?
  3. छोटे न्याय क्षेत्रों के लिए सतत व्यापार और आर्थिक विकास का क्या मतलब है ?
  4. युवा गोलमेज सम्मेलन: अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और शांति निर्माण में राष्ट्रमंडल की भूमिका
  5. ऊर्जा गरीबी से निपटने में पर्यावरण दृष्टिकोण
  6. शक्तियों के पृथक्करण पर लैटिमर हाउस सिद्धांतों के 20 वर्ष क्या यह काम कर रहा है?
  7. राष्ट्रमंडल चार्टर: सभी मानवाधिकारों के लिए एक चार्टर या बस कुछ के लिए?
  8. ई संसद: अंतर्सबंधीय विविधता और न्यायसंगत सार्वजनिक सहभागिता के लिए प्रभावी तंत्र?

65वां सम्मेलन कनाडा में हुआ था: पिछले साल 2022 में 65 वन राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन हेलीफैक्स कनाडा में आयोजित किया गया था. जिसमें झारखंड विधानसभा के प्रतिनिधि के तौर पर आजसू विधायक लंबोदर महतो ने भाग लिया था. गौरतलब है कि कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री संगठन, जिसे पहले एंपायर पार्लियामेंट्री संगठन के नाम से जाना जाता था एक संगठन है, जो लोकतंत्र और मानवाधिकारों के ऊपर काम करती है. इसमें वर्तमान समय में 58 देश के प्रतिनिधि शामिल है. जिनकी कुल सदस्यता 18 हजार है. जिसमें सांसद और विधायक शामिल हैं. इसका मुख्यालय लंदन में है.

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