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Jharkhand News: लंपी वायरस की रोकथाम के लिए झारखंड की तैयारी, 48 लाख गोट पॉक्स वैक्सीन की हुई खरीद

झारखंड में लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए गोट पॉक्स वैक्सीन की बड़ी खेप पहुंच रही है. जिसे विभिन्न जिलों को आवंटित कर दिया गया है. रांची को भी दो लाख 73 हजार वैक्सीन मिले हैं.

गोवंशीय में लंपी डिजीज रोकने के झारखंड तैयार
Jharkhand ready to stop lumpy disease
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 23, 2023, 10:45 AM IST

रांची: राज्य में गोवंशीय पशु खासकर गायों में लंपी स्किन डिजीज जैसी बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं. इसे लेकर राज्य के जिला पशुपालन अधिकारियों द्वारा बड़ी संख्या में वैक्सीन की मांग की गई थी. इसके बाद पशुपालन निदेशालय की ओर से लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम में कारगर गोट पॉक्स (GOAT POX) वैक्सीन की बड़ी खेप भेजी गई है.

ये भी पढ़ें: झारखंड में गायों के संरक्षण के लिए चलेगी 'हमारी गौ माता हमारा दायित्व' योजना, गौ आयोग बोर्ड की बैठक में मिली मंजूरी

चतरा को दो लाख से अधिक डोज: पशुपालन निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार जमशेदपुर, चतरा सहित कई जिलों में लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम में कारगर गोट पॉक्स वैक्सीन पहुंच भी चुकी है. पशुपालन निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में 48 लाख डोज वैक्सीन की खरीद हुई है. जिसे अलग-अलग जिलों में भेजा जा रहा है. रांची के जिला पशुपालन पदाधिकारी के अनुसार रांची जिले को 02 लाख 73 हजार 600 डोज गोट पॉक्स की वैक्सीन मिली है. वहीं जमशेदपुर को लगभग 01 लाख 85 हजार वैक्सीन मिले हैं. चतरा जिले को भी दो लाख से अधिक डोज गोट पॉक्स वैक्सीन के दिए गए हैं.

जिला पशुपालन पदाधिकारी ने क्या कहा: जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि गोट पॉक्स की वैक्सीन लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम में बेहद कारगर है. इसे कोल्ड चेन मेंटेन करते हुए कांके के इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल हेल्थ एंड प्रोडक्शन में रखा जाता है. झारखंड राज्य पशु चिकित्सक संघ के महासचिव और पशु चिकित्सक डॉ शिवा काशी ने बताया कि हेस्टर कंपनी की गोट पॉक्स की वैक्सीन काफी कारगर है. यह बकरियों में होने वाले पॉक्स के साथ-साथ गोवंशीय पशुओं में होने वाली वायरल डिजीज लंपी स्किन डिजीज से बचाव में भी बेहद कारगर साबित हुआ है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि बड़ी मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होने से अब पशुओं को लंपी स्किन डिजीज जैसी बीमारियों के संक्रमण से बचाए रखने में मदद मिलेगी.

राज्य के अलग-अलग जिलों में लंपी स्किन डिजीज से मिलते जुलते लक्षण वाले बड़ी संख्या में पशु मिल रहे हैं. राज्य के साहिबगंज, गोड्डा, लोहरदगा, गुमला, कोडरमा, लातेहार से संदिग्ध संक्रमित पशुओं का सैंपल लेकर जांच के लिए 95 सैंपल भोपाल भेजा गया है. जिसकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आयी है. ऐसे में प्रिवेंशन के तौर पर राज्य में पशुओं के टीकाकरण की व्यापक योजना पशुपालन विभाग द्वारा तैयार की गई है.

रांची: राज्य में गोवंशीय पशु खासकर गायों में लंपी स्किन डिजीज जैसी बीमारियों के मामले बढ़ रहे हैं. इसे लेकर राज्य के जिला पशुपालन अधिकारियों द्वारा बड़ी संख्या में वैक्सीन की मांग की गई थी. इसके बाद पशुपालन निदेशालय की ओर से लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम में कारगर गोट पॉक्स (GOAT POX) वैक्सीन की बड़ी खेप भेजी गई है.

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चतरा को दो लाख से अधिक डोज: पशुपालन निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार जमशेदपुर, चतरा सहित कई जिलों में लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम में कारगर गोट पॉक्स वैक्सीन पहुंच भी चुकी है. पशुपालन निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में 48 लाख डोज वैक्सीन की खरीद हुई है. जिसे अलग-अलग जिलों में भेजा जा रहा है. रांची के जिला पशुपालन पदाधिकारी के अनुसार रांची जिले को 02 लाख 73 हजार 600 डोज गोट पॉक्स की वैक्सीन मिली है. वहीं जमशेदपुर को लगभग 01 लाख 85 हजार वैक्सीन मिले हैं. चतरा जिले को भी दो लाख से अधिक डोज गोट पॉक्स वैक्सीन के दिए गए हैं.

जिला पशुपालन पदाधिकारी ने क्या कहा: जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि गोट पॉक्स की वैक्सीन लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम में बेहद कारगर है. इसे कोल्ड चेन मेंटेन करते हुए कांके के इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल हेल्थ एंड प्रोडक्शन में रखा जाता है. झारखंड राज्य पशु चिकित्सक संघ के महासचिव और पशु चिकित्सक डॉ शिवा काशी ने बताया कि हेस्टर कंपनी की गोट पॉक्स की वैक्सीन काफी कारगर है. यह बकरियों में होने वाले पॉक्स के साथ-साथ गोवंशीय पशुओं में होने वाली वायरल डिजीज लंपी स्किन डिजीज से बचाव में भी बेहद कारगर साबित हुआ है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि बड़ी मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होने से अब पशुओं को लंपी स्किन डिजीज जैसी बीमारियों के संक्रमण से बचाए रखने में मदद मिलेगी.

राज्य के अलग-अलग जिलों में लंपी स्किन डिजीज से मिलते जुलते लक्षण वाले बड़ी संख्या में पशु मिल रहे हैं. राज्य के साहिबगंज, गोड्डा, लोहरदगा, गुमला, कोडरमा, लातेहार से संदिग्ध संक्रमित पशुओं का सैंपल लेकर जांच के लिए 95 सैंपल भोपाल भेजा गया है. जिसकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आयी है. ऐसे में प्रिवेंशन के तौर पर राज्य में पशुओं के टीकाकरण की व्यापक योजना पशुपालन विभाग द्वारा तैयार की गई है.

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