रांचीः झारखंड में सक्रिय बड़े आपराधियों के गैंग्स पर शिकंजा कसा जाएगा. इसको लकेर सीआईडी एडीजी प्रशांत सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में राज्य के सभी जोनल डीआईजी और एसपी शामिल हुए. एडीजी ने निर्देश दिया कि संगठित आपराधिक गिरोह पर सख्त कार्रवाई करें. खासकर, जेल में बंद होने के बावजूद उसकी संलिप्तता आपराधिक गतिविधियों में आ रही है. इन अपराधियों पर सीसीए लगाकर कार्रवाई करें.
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जेल से निकले अपराधियो पर रखे नजर
सीआईडी एडीजी प्रशांत सिंह ने बैठक के दौरान पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि जेल से छूटे सभी संगठित आपराधिक गिरोह के सदस्यों की स्थानीय थाने में नियमित हाजिरी सुनिश्चित कराए. इसके साथ ही उनपर जिलाबदर की कार्रवाई की जाए. एडीजी ने यह भी आदेश दिया कि जेल से छूटने के बाद अपराधी अगर आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहा है तो उनके जमानतदारों को चिन्हित कर जमानत रद्द करने की कार्रवाई करें.
लंबित केसों की जांच में लायें तेजी
सीआईडी एडीजी ने कहा कि जिलास्तर पर दस साल या उससे अधिक, पांच साल या उससे अधिक और तीन साल या उससे अधिक अवधि से लंबित सभी केसों की समीक्षा करें और प्राथमिकता के आधार पर लंबित केसों का तेजी से निष्पादन सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि अनुसंधान में विलंब हो रहा है तो नियमों का पालन करते हुए उसकी प्रक्रिया में तेजी लाएं.
एसटी-एसपी प्रताड़ना में दर्ज केस में शीघ्र करे कार्रवाई
सीआईडी एडीजी प्रशांत सिंह ने एसपी को निर्देश दिया कि एसटी-एससी प्रताड़ना और एनडीपीएस के तहत दर्ज मामलों का शीघ्र निष्पादन करें. उन्होंने कहा कि इन मामलों में पर्याप्त साक्ष्य हैं तो आरोपियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल का प्रस्ताव भेजें.