रांची: दारोगा से इंस्पेक्टर में प्रोन्नति में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होने का दावा राज्य पुलिस मुख्यालय ने किया है. राज्य पुलिस के आईजी अभियान सह पुलिस प्रवक्ता साकेत कुमार सिंह ने बताया कि प्रोन्नति के आदेश निर्गत करने के पहले गृह विभाग से आरक्षण रोस्टर क्लियरेंस लिया गया था, उसके बाद ही प्रमोशन लिस्ट बनाई गई थी.
प्रमोशन को लेकर कुछ जूनियर पुलिस अफसरों ने कई जनप्रतिनिधियो से गुहार लगाई थी. मामले को लेकर आईजी साकेत सिंह ने बताया कि अनारक्षित श्रेणी में 94, अनुसूचित जाति में 19 और अनुसूचित जनजाति श्रेणी में 66 रिक्तियां थी, इस रिक्तियों के आलोक में अनारक्षित श्रेणी में 69, अनुसूचित जनजाति श्रेणी में 13 और अनूसूचित जनजाति श्रेणी में 55 दारोगा को कोटिवार प्रोन्नति दी गई.
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आईजी अभियान ने बताया कि अनुसूचित जाति में मेरिट के आधार पर 2012 बैच के दारोगा सुदामा कुमार दास को भी प्रोन्नति दी गई है, बिहार के कार्मिक विभाग के संकल्प को झारखंड ने अंगीकार किया था, जिसमें कहा गया था कि सेवा संवर्ग में नियुक्ति और प्रोन्नति में रोस्टर का अनुपालन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सेवानिवृति, प्रोन्नति, मृत्यु या अन्य कारणों से जिस वर्ग की रिक्ति उपलब्ध होगी, उस रिक्ति को उसी वर्ग से भरा जाएगा.