रांची: झारखंड पुलिस के वांटेड लिस्ट में शामिल कुख्यात नक्सली कमांडर रविंद्र गंझू के दो खास सहयोगियो को एनआईए ने रिमांड पर लिया है. 14 अप्रैल तक दोनो से एनआईए पूछताछ करेगी. झारखंड के नक्सल प्रभावित पेशरार थाना क्षेत्र के रहने वाले कुख्यात नक्सली मुनेश्वर गंजू और गोविंद बिरिजिया को एनआईए ने रिमांड पर लिया है. टेरर फंडिंग मामले में दोनों से एनआईए पूछताछ कर रही है. टेरर फंडिंग को लेकर ही इससे पहले एनआईए ने साजन कुमार भूमिया नाम के ईंट भट्ठे के मुंशी को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी. मुनेश्वर और गोविंद की गिरफ्तारी ऑपरेशन बुलबुल के दौरान हुई थी. मुनेश्वर पर 10 लाख का इनाम भी घोषित था.
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टेरर फंडिंग मामले की जांच में हो रही है पूछताछ: एनआईए ने पिछले साल 14 जून को बुलबुल जंगल मामले में एफआइआर को टेकओवर किया था. लोहरदगा के बुलबुल जंगल में 21 फरवरी 2022 को सुरक्षाबलों को विस्फोट में उड़ाने और उनके हथियार लूटने की साजिश रची गई थी. हमले को अंजाम देने के लिए रविंद्र गंझू ने अपने 45 से 50 कैडरों के साथ मिलकर पुलिस पर हमला किया था. इस दौरान दोनों तरफ से जमकर मुठभेड़ हुई थी. इस ऑपरेशन में पुलिस ने 9 नक्सलियों को जिंदा धर दबोचा था. हालांकि रविंद्र गंझू अपने दूसरे साथियों के साथ फरार होने में सफल हो गया था. मौके से सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किया था. इसके बाद रविंद्र गंझू समेत 17 नक्सलियों के खिलाफ पेशरार थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. उसी प्राथमिकी को एनआईए ने टेक ओवर करते हुए अपनी जांच शुरू की है.
14 अप्रैल तक होगी पूछताछ: कुख्यात मुनेश्वर गंझू और गोविंद बिरिजिया को एनआईए ने 2 दिनों के लिए रिमांड पर लिया है. दोनों से 14 अप्रैल तक पूछताछ होगी. इस दौरान दोनों नक्सलियों से एनआईए की टीम जानने का प्रयास करेगी कि गोला, बारूद सहित दूसरे हथियार उपलब्ध करवाने के लिए फंडिंग कहां से की जाती है.