रांची: राज्य सरकार के प्रयास से लेह के नुम्ब्रा घाटी, चुनथू घाटी और विजययक और हिमांक परियोजना कार्य में लगे संताल परगना के 55 मजदूरों को सोवार को रांची लाया गया. रांची आने के बाद मजदूरों ने राज्य सरकार का धन्यवाद दिया.
झारखंड सरकार का प्रयास सफल
मजदूरों ने कहा कि वे लोग बिना काम के वहां फंसे हुए थे. खाने पीने में भी समस्या हो रही थी, लेकिन झारखंड सरकार के प्रयास से आज वो अपने राज्य पहुंच चुके हैं. इसके लिए राज्य सरकार को जितना भी धन्यवाद देंगे कम होगा. मजदूरों की अगुवाई करने रांची एयरपोर्ट पर पहुंचे राज्य के मंत्री मिथिलेश ठाकुर और बादल पत्रलेख ने कहा कि राज्य सरकार ने जो वादा किया था उसे पूरा करने का काम भी कर रही है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने मजदूरों को लाने से पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि संक्रमण के खतरे बढ़ेंगे और इसको लेकर सरकार ने सभी तैयारियां भी कर ली थी.
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मजदूरों के बकाया पैसे का भुगतान
मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि जो भी मजदूर झारखंड आ रहे हैं, उन्हें बेहतर विकल्प के साथ राज्य में स्वरोजगार देने की योजना बनाई जा रही है, ताकि बाहर से आए मजदूर यह सोचकर चिंतित न हो कि राज्य में पहुंचने के बाद रोजगार मिल सकेगा या नहीं. उन्होंने कहा कि जो भी मजदूर बाहर के राज्यों में अपना मेहनताना नहीं ले पाए हैं. उसको लेकर भी राज्य सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वहां के ठेकेदारों से बात कर सभी मजदूरों के बकाया पैसे का जल्द से जल्द भुगतान कराया जाए.