रांचीः एकीकृत बिहार सरकार में मंत्री रहे झारखंड के दिग्गज राजनेता डॉ सबा अहमद का निधन हो गया(former Minister Dr Saba Ahmad passes away). शनिवार सुबह नई दिल्ली के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन पर सीएम हेमंत सोरेन ने दुख जताया है.
कोरोना काल के बाद से डॉ सबा अहमद लंबे समय से बीमार चल रहे थे, बीते दिनों उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया. जानकारी के अनुसार रविवार को उनका पार्थिव शरीर गिरिडीह के पचंबा स्थित उनके निवास स्थान लाया जाएगा. यहीं पर सुपुर्दे खाक किया जाएगा. डॉ सब अहमद के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा दुख जताया है, उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'टुंडी के पूर्व विधायक और बिहार सरकार में मंत्री रहे आदरणीय डॉ सबा अहमद जी के निधन की दुःखद खबर से मन व्यथित है. परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें, राजकीय सम्मान के साथ डॉ सबा अहमद साहब को अंतिम विदाई दी जाएगी.'
डॉ अहमद झारखंड और बिहार की राजनीति में लंबे समय तक सक्रिय थे. भाजपा में विलय से पहले तक वह बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा में रहे. झाविमो का बीजेपी में विलय के बाद वो पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष रहे. लेकिन बाद में डॉक्टर सबा अहमद ने अपने लिए नए राजनीतिक विकल्प तलाशने शुरू किए. पर कोरोना काल में उनकी सेहत लगातार गिरती चली गई और फिर उन्होंने सक्रिय राजनीति से किनारा कर लिया.
डॉ सबा अहमद अविभाजित बिहार के समय लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी सरकार में मंत्री रहे. संयुक्त बिहार में वह उच्च शिक्षा एवं कारा मंत्री रहे. झारखंड विधानसभा उपाध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर भी वो आसीन रहे हैं. उन्होंने अपना राजनीतिक करियर झामुमो से शुरू किया था. उनके पिता डॉ आई. अहमद गिरिडीह से कांग्रेस के सांसद रह चुके थे. सबा अहमद ने तीन बार टुंडी विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया. टुंडी जैसी सीट से वो आरजेडी के टिकट पर भी चुनाव जीते थे.