रांचीः झारखंड जेडीयू के प्रदेश प्रभारी अशोक चौधरी तीन दिवसीय दौरे पर सोमवार को रांची पहुंचे हैं. रांची एयरपोर्ट पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश की जनता गंगा यमुना तहजीब को मानने वाले हैं. लेकिन बीजेपी इन जनता के बीच बिखराव लाती है, ताकि चुनाव में लाभ उठाये. लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में जनता को बिखरने नहीं देंगे. इसको लेकर सभी पार्टियां मिलकर तैयारी कर रहे हैं.
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अशोक चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए सभी पार्टियों को एकजुट होना पड़ेगा. इसके बाद ही बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर पायेंगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर कई पार्टियां हैं, जिनकी सोच भारतीय जनता पार्टी से विपरीत है. इसके बावजूद सफलता नहीं मिल रही है. इसी को देखते हुए जनता दल यूनाइटेड के सुप्रीमो नीतीश कुमार ने कहा है कि यदि बड़ी पार्टियां कांग्रेस एकजुट होने को लेकर पहल करती है तो अच्छा होगा. इसका सकारात्मक परिणाम भी मिलेगा.
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जदयू से इस्तीफा देते हैं तो यह उनका व्यक्तिगत विचार है. उपेंद्र कुशवाहा भारत सरकार में मंत्री रह चुके हैं और देश के बड़े नेताओं में शुमार हैं. इसीलिए सीएम नीतीश कुमार ने तीन बार पार्टी में आने का मौका दिया और सम्मानित पद भी दिया. लेकिन उपेंद्र कुशवाहा कुछ और ही चाहते थे. उनकी मंशा कुछ और थी तो उन्हें अपने नेता से बात करनी चाहिए थी. उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा कि महत्वकांक्षी होना अच्छी बात है. लेकिन अति महत्वकांक्षी होना अच्छी बात नहीं है.
झारखंड जदयू प्रभारी और बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि झारखंड में जो सरकार चल रही है, उस सरकार में हमारी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं है. लेकिन इस राज्य के बेहतर भविष्य को देखते हुए जेडीयू ने रामगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार बजरंग महतो को समर्थन देने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय दौरे पर रांची पहुंचे है. इस दौरान जदयू नेताओं के साथ बैठक करेंगे और पार्टी को मजबूत बनाने पर विचार विमर्श करेंगे. उन्होंने कहा कि 22 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी रांची पहुंचेंगे.