रांचीः राज्य के सबसे बेहतर और बड़े अस्पताल में एक रिम्स की लचर व्यवस्था और उपकरण खरीद मामले में मंगलवार को स्वतः संज्ञान याचिका पर झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन और न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत में सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने रिम्स की व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए कहा कि डॉक्टर तो अच्छे हैं, लेकिन उपकरण के अभाव में इलाज कैसे करेंगे. मुख्य न्यायाधीश ने यह भी कहा कि सीटी स्कैन की खरीद पिछले एक साल से कही जा रही है, लेकिन मशीन की खरीद सुनिश्चित नहीं की जा सकी है.
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राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अदालत को बताया कि रिम्स के सीटी स्कैन मशीन की खरीद के लिए रिम्स डायरेक्टर की ओर से प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है. सरकार ने इस प्रस्ताव को रिम्स शासी परिषद में भेजा दिया है. रिम्स शासी परिषद की बैठक मंगलवार को हुई है, जिसमें मशीन खरीदने पर निर्णय लिया गया है. अदालत ने महाधिवक्ता के जवाब पर कहा कि हाई कोर्ट चाहता है रिम्स में सीटी स्कैन मशीन लगे, ताकि गरीबों का इलाज सुगम तरीके से हो सके. अदालत ने राज्य सरकार को 17 अप्रैल तक मामले में प्रोग्रेस रिपोर्ट अदालत में पेश करने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 17 अप्रैल को होगी.