रांची: झारखंड में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए इंटरव्यू के बाद रिजल्ट का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने जेपीएससी को 31 जुलाई से पहले रिजल्ट जारी करने का निर्देश दिया है. हाईकोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने बताया कि न्यायाधीश डॉ एसएन पाठक की अदालत ने इस मामले में मौखिक आदेश जारी किया है.
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उन्होंने बताया कि जल्द रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर सरस्वती गगराई ने याचिका दाखिल की थी. याचिका पर सुनवाई के दौरान न्यायाधीश डॉ एसएन पाठक की अदालत ने कहा कि रिजल्ट जारी होने में विलंब से अभ्यर्थियों का न सिर्फ समय बर्बाद हो रहा है बल्कि इसका असर उनके भविष्य पर भी पड़ रहा है. इसलिए 31 जुलाई तक रिजल्ट जारी करना है.
दरअसल, पिछले साल मार्च में 'हो ' भाषा विषय में सात असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए जेपीएससी ने इंटरव्यू लिया था. इसमें कुल 20 अभ्यर्थियों ने इंटरव्यू दिया था. लेकिन एक साल से ज्यादा समय बीतने के बावजूद रिजल्ट नहीं निकला. इसको लेकर अभ्यर्थियों ने पहले उच्च शिक्षा विभाग और नेताओं के चक्कर काटे. जब बात नहीं बनी तो सरस्वती गगराई समेत अन्य ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया.
बुधवार को पहली सुनवाई में ही अदालत ने इसे गंभीर मसला मानते हुए 31 जुलाई तक रिजल्ट जारी करने को लेकर मौखिक टिप्पणी की है. अब देखना है कि राज्य सरकार की ओर से इस विषय पर क्या किया जाता है. राज्य सरकार के रूख पर ही कोर्ट का आगे का फैसला तय हो पाएगा. आपको बता दें कि झारखंड की वर्तमान सरकार क्षेत्रीय भाषाओं को तवज्जों देने पर फोकस करती है. लेकिन कोल्हान प्रमंडल में प्रमुखता से बोली जाने वाली 'हो' भाषा से जुड़े असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति को लेकर जेपीएससी की तरफ से बरती जा रही ढिलाई से अभ्यर्थी हतोत्साहित हैं.