रांचीः जनसंख्या नियंत्रण को लेकर मंगलवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और राज्य के स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि विश्व में जनसंख्या सबसे बड़ी समस्या है. बढ़ती जनसंख्या की वजह से देश में आर्थिक संकट से लोगों को जूझना पड़ रहा है. सिर्फ आर्थिक संकट ही नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों को भी बचाने और बनाए रखने के लिए भी बढ़ती जनसंख्या की समस्या के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि बढ़ती जनसंख्या से जल संकट और ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या भी बढ़ती जा रही हैं.
जनसंख्या को काबू करने के लिए राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासः मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि 90 के दशक में देश की आबादी करीब 36 करोड़ से 40 करोड़ के आसपास थी, लेकिन आज पूरे देश की आबादी बढ़कर 114 करोड़ के करीब पहुंच चुकी है. यदि जनसंख्या इसी तरह बढ़ती रहे तो आने वाले 25 वर्षों में यह 170 करोड़ के करीब पहुंचने की आशंका है. जो आने वाले समय में देश की आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए अवरोधक बन सकती है. इसलिए झारखंड में बढ़ती आबादी को नियंत्रण करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं और आगे भी ठोस कदम उठाए जाएंगे.
राज्य में परिवार नियोजन के कार्यों में 49 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरीः मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरूक करने के लिए परिवार नियोजन सिद्धांतों को कैसे अपनाना है, इन सभी मुद्दों पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से काम किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने विभाग के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए परिवार नियोजन के कार्यों में करीब 49% की बढ़ोतरी हुई है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि महिला बंध्याकरण को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कई कार्य किए जा रहे हैं. अब तक करीब छह लाख महिलाओं का बंध्याकरण कराया गया है.
पुरुष नसबंदी में आ रही कमी पर जताई चिंताः वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता ने पुरुष नसबंदी में आ रही कमी पर चिंता जताते हुए कहा कि यह कहीं ना कहीं चिंता का विषय है. लिंग अनुपात में भी जिस तरह से कमी देखने को मिल रही है, उस पर विभाग को थोड़ा काम करने की आवश्यकता है. स्वास्थ विभाग की तरफ से आने वाले दिनों में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. जिसमें नव दंपत्तियों को जनसंख्या नियंत्रण के बारे में जागरूक भी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि हमें स्वस्थ और समृद्धि झारखंड बनाना है तो जनसंख्या नियंत्रण के लिए पंचायत स्तर तक लोगों को जागरूक करना होगा.
हम दो-हमारे दो के सिद्धांत को अपनाने की अपीलः जनसंख्या नियंत्रण के लिए सिर्फ परिवार नियोजन ही नहीं, बल्कि दहेज कुप्रथा को भी समाज से समाप्त करने की आवश्यकता है. वहीं कार्यक्रम में पहुंचे नव दंपतियों ने भी संकल्प लिया कि हम दो-हमारे दो के सिद्धांत के साथ वह अपने जीवन में आगे बढ़ेंगे. इसके अलावा समाज के अन्य लोगों को भी हम दो-हमारे दो के सिद्धांत को अपनाने की अपील करेंगे.