रांची/गिरिडीहः राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन राज्य के हायर एजुकेशन के स्टेटस को लेकर चिंतित हैं. वह चाहते हैं कि झारखंड में प्रोफेसर और लेक्चरर्स की नियुक्ति एक सेपरेट पब्लिक सर्विस कमीशन के जरिए हो. उन्होंने इसके लिए बिहार के सिस्टम का हवाला दिया है. राज्यपाल ने यह बातें गिरिडीह दौरे के क्रम में कही है.
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गिरिडीह में राज्यपाल ने मीडिया को बताया कि इस आइडिया को इंप्लीमेंट करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा गया है. राज्यपाल चाहते हैं कि हर पद पर उसके योग्य व्यक्ति को ही जगह मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जैसे ही सरकार प्रोफेसर और लेक्चरर की नियुक्ति के लिए एक सेपरेट सिस्टम तैयार कर लेगी, नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. राज्यपाल ने इस बात पर विशेष फोकस किया कि नियुक्ति के दौरान रिजर्वेशन सिस्टम को गंभीरता के साथ सुनिश्चित कराया जाएगा.
इसी दौरान यह पूछे जाने पर कि झारखंड की सरकार किस तरह का काम कर रही है, इस पर भी राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि चूकि वह एक संवैधानिक पद पर है. इसलिए इस सवाल का जवाब देना सही नहीं रहेगा लेकिन उन्होंने एक बात जरूर कह दी कि झारखंड की गिनती नीचे से यानी बॉटम टू स्टेट में होती है. उसे आने वाले 5 वर्षों में नंबर 1 तो नहीं लेकिन ऊपर से नंबर दो पर जरूर लाना है.
दो दिवसीय गिरिडीह दौरे पर राज्यपालः शुक्रवार को तमिलनाडु जैन भवन जाकर लघु पंचकल्याणक में भाग लेते हुए राज्यपाल ने कहा कि सम्मेद शिखर जी जैन समाज के लिए सबसे अहम तीर्थ स्थल है. 24 में से 20 जैन धर्म के तीर्थंकरों ने इस पावन धरती पर मोक्ष और निर्वाण को प्राप्त किया था. राज्यपाल ने कहा कि पारसनाथ शिक्षा और ध्यान का भी महत्वपूर्ण केन्द्र है. उन्होंने पारसनाथ में तमिलनाडु भवन निर्मित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी ट्रस्टी एवं इस भवन के निर्माण में सहयोग करने वाले सभी सदस्यों को बधाई दी.