रांची: सदन में प्रवासी मजदूरों (Migrant laborers) के बीमार पड़ने पर आर्थिक मदद पहुंचाने का मामला उठा. भाकपा माले के विधायक विनोद सिंह (MLA Vinod Singh) ने यह मामला उठाया जिसका जवाब देते हुए मंत्री सत्यानंद भोक्त ने कहा कि सरकार वर्तमान व्यवस्था का दायरा बढ़ाने पर विचार करेगी.
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भाकपा माले के विधायक विनोद सिंह ने कहा कि बीमार पड़ने पर प्रवासी मजदूरों की आर्थिक व्यवस्था चरमरा जाती है. ऐसे मुश्किल समय में उन्हें आर्थिक मदद देने की जरूरत है. इसपर मंत्री सत्यानंद भोक्ता (Minister Satyanand Bhokta) ने कहा कि सरकार प्रवासी मजदूरों को दुर्घटना और प्राकृतिक आपदा में आर्थिक रूप से मदद पहुंचा रही है. आने वाले समय में इनके बीमार होने की स्थिति में भी मदद पहुंचाने के लिए वर्तमान व्यवस्था का दायरा बढ़ाने पर विचार करेगी. उन्होंने सदन को बताया कि राज्य से करीब आठ लाख प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में काम के लिए पलायन करते हैं.
भाकपा माले के विधायक विनोद सिंह ने कहा कि प्राकृतिक आपदा और दुर्घटना में प्रवासी मजदूरों की मौत की स्थिति में सरकार शव लाने से लेकर आर्थिक मदद करती है. लेकिन हाईटेंशन लाइनों पर काम करने वाले प्रवासी मजदूरों की ह्रदय गति रुकने या ब्रेन हैमरेज या अन्य बीमारियों से मौत की स्थिति में मदद नहीं मिल पा रही है. उन्होंने सरकार से मदद के दायरे का विस्तार करने की मांग की. मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने बताया कि सभी जिलों को दस-दस लाख रुपए अतिरिक्त उपलब्ध करा दिए गये हैं. दूसरे राज्यों में प्रवासी मजदूरों की मौत होने पर शव लेन के लिए राशि की सीमा 20 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी गयी है.