रांची: झारखंड से बड़ी संख्या में मजदूर हर साल काम की तलाश में दूसरे राज्य जाते हैं. वहां की कंपनियों में शोषण की जानकारी मिलने पर सरकार तत्परता से पहल करते हुए न सिर्फ घर वापसी सुनिश्चित करा रही है बल्कि बकाया भुगतान दिलाने में भी मदद कर रही है. अब सरकार ने लेह और केरल में राज्य के प्रवासी कामगारों के लिए प्रवासन केंद्र खोलने का फैसला लिया है.
प्रवासन की पहल करते हुए गुमला, पश्चिमी सिंहभूम और दुमका में प्रवासन केंद्र खोला जा चुका है. श्रम विभाग के डाटा के मुताबिक 27 मार्च 2020 से 30 जून 2022 अब तक विभिन्न कंपनियों से 3,108 श्रमिकों/कामगारों के 2,27,16,858.62 रुपए का भुगतान कराया जा चुका है. साथ ही राज्य के करीब 168 मृत श्रमिकों के परिजनों को 6,39,31,972 रुपये का भुगतान कराया गया है. झारखंड सरकार के श्रम विभाग के श्रमाधान पोर्टल में मजदूर पंजीकरण व प्रवासी पंजीकरण और उससे प्राप्त होने वाली योजनाओं के लाभ को लेकर प्रत्येक जिले में राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष द्वारा पंजीकरण, जागरूकता एवं प्रचार प्रसार किया जा रहा है.
प्रवासी श्रमिक करें संपर्क: प्रवासी कामगारों की मदद के लिए पिछले साल शुरू हुआ यह अभियान अब भी चल रहा है. इसके लिए राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष लगातार सक्रिय है. श्रमिकों के लिए सात लैंड लाइन और 5 व्हाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं. 0651-2481055, 0651-2480058, 0651-2480083, 0651-2482052, 0651-2481037, 0651-2481188, 18003456526, 9470132591, 9431336427, 9431336398, 9431336472, 9431336432 नंबरों पर संपर्क कर प्रवासी कामगार मदद की मांग कर सकते हैं.