रांची: कोरोना की चौथी लहर की सुगबुगाहट के बीच राज्य में नये साल के जश्न की तैयारी चल रही है. होटल से लेकर छोटे बड़े सभी पार्कों में न्यू ईयर सेलिब्रेशन की खास तैयारी की जा रही है. आपको जान कर आश्चर्य होगा कि न्यू ईयर के स्वागत में झारखंड के लोग करीब 50 करोड़ की शराब गटक जाते हैं. विभाग को उम्मीद है कि इस बार पिछले वर्ष से ज्यादा की शराब बिक्री होगी (Government preparing to sell liquor of 50 crores) और सरकार को ज्यादा राजस्व भी प्राप्त होगा.
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आंकड़ों के मुताबिक 31 दिसंबर 2021 को राजधानी रांची में ही करीब 5 करोड़ की शराब लोग गटक गए. वहीं, पूरे झारखंड की बात करें तो लगभग 45 करोड़ की शराब बिकी. साल 2018 के विदाई के दिन की स्थिति को देखें तो रांची में 3.5 करोड़ रुपए की शराब बिकी. इसी तरह साल 2019 के अंतिम दिन रांची में करीब 4 करोड़ रुपये शराब और बीयर की बिक्री से सरकार को राजस्व प्राप्त हुआ था.
कोरोना की वजह से 2020 में थोड़ी सी राजस्व में कमी आई. इसके बाबजूद 31 दिसंबर 2020 और 1 जनवरी 2021 में यही ट्रेंड बना रहा. इस साल स्थिति सामान्य होने और नई उत्पाद नीति की वजह से सरकार को उम्मीद है कि न्यू ईयर सेलिब्रेशन के बहाने जमकर कमाई होगी. रांची जिला खुदरा शराब विक्रेता संघ के अध्यक्ष बिरेन्द्र साहू के अनुसार न्यू ईयर के मौके पर सामान्य दिनों की अपेक्षा तीन से चार गुणा ज्यादा शराब की बिक्री होती है. इस तरह से आप देखेंगे तो रांची में करीब 5 से 6 करोड़ की शराब इस बार बिकने की संभावना है.
बिहार से न्यू ईयर मनाने आते हैं पर्यटक: न्यू ईयर के मौके पर बिहार से बड़ी संख्या में पर्यटक झारखंड आते हैं. चूंकी, बिहार में शराब बिक्री पर पाबंदी है तो झारखंड के सीमाई क्षेत्र में बड़ी संख्या में बिहार से पर्यटक न्यू ईयर सेलिब्रेशन मनाने के लिए पहुंचते हैं. इस दौरान शराब की बिक्री में भी काफी इजाफा होता है. इस बार भी विभाग को उम्मीद है कि न्यू ईयर के मौके पर शराब बिक्री में काफी इजाफा होगा.
सरकार की क्या है तैयारी: राजस्व में कमी की भरपाई के लिए विभाग ने इसे अवसर मानते हुए, राजधानी रांची सहित राज्य के अन्य जिलों में स्थित बार को भी टारगेट फिक्स किया है. इसके अलावा उत्पाद विभाग ने नकली शराब को खपाने में लगे लोगों और सिंडिकेट पर भी पैनी नजर रख रही है, जिससे बिहार जैसी जहरीली शराब पीने जैसी घटना झारखंड में ना हो. रांची सहित राज्य भर में कुल 1564 शराब दुकानें स्वीकृत हैं, जिसमें से 1548 दुकानों से शराब बेचे जाते हैं. इन दुकानों से सबसे ज्यादा शिकायत निर्धारित मूल्य से अधिक दामों पर शराब बेचने की आती रही है. जिस पर सख्ती बरतने के निर्देश विभाग द्वारा दिया गया है. आंकड़ों के अनुसार विभाग में राज्य के विभिन्न जिलों से 157 ऐसी शिकायतें आई हैं, जिसमें निर्धारित मूल्य से अधिक दामों पर शराब बेची जाती है. इसमें सबसे ज्यादा शिकायत राजधानी रांची में ही मिली है, जहां 35 मामले विभाग को शिकायत के तौर पर प्राप्त हुए हैं. बहरहाल न्यू ईयर मनाने के अलग-अलग तौर तरीके हैं, लेकिन राजधानी रांची के लोग इसे खास अंदाज में मनाते आ रहे हैं. जिस वजह से न्यू ईयर नाइट के लिए क्लबों और होटलों में अभी से बुकिंग जारी है.
न्यू ईयर के स्वागत में झारखंड में जमकर छलकता है जाम, 50 करोड़ से अधिक की शराब बेचने की तैयारी - Jharkhand News
झारखंड के लोग न्यू ईयर को खास अंदाज में मनाते हैं. होटलों और क्लब में 31 दिसंबर की रात को जमकर न्यू ईयर सेलिब्रेशन होता है, इस दौरान लोग करोड़ों रुपए का शराब पी जाते हैं. बिहार के लोग भी झारखंड आकर नये साल का जश्न मनाते हैं. इस समय सरकार को भी अच्छे खासे राजस्व की उम्मीद होती है. इस बार झारखंड सरकार पचास करोड़ की शराब बेचने की तैयारी में है (Government preparing to sell liquor of 50 crores).
रांची: कोरोना की चौथी लहर की सुगबुगाहट के बीच राज्य में नये साल के जश्न की तैयारी चल रही है. होटल से लेकर छोटे बड़े सभी पार्कों में न्यू ईयर सेलिब्रेशन की खास तैयारी की जा रही है. आपको जान कर आश्चर्य होगा कि न्यू ईयर के स्वागत में झारखंड के लोग करीब 50 करोड़ की शराब गटक जाते हैं. विभाग को उम्मीद है कि इस बार पिछले वर्ष से ज्यादा की शराब बिक्री होगी (Government preparing to sell liquor of 50 crores) और सरकार को ज्यादा राजस्व भी प्राप्त होगा.
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आंकड़ों के मुताबिक 31 दिसंबर 2021 को राजधानी रांची में ही करीब 5 करोड़ की शराब लोग गटक गए. वहीं, पूरे झारखंड की बात करें तो लगभग 45 करोड़ की शराब बिकी. साल 2018 के विदाई के दिन की स्थिति को देखें तो रांची में 3.5 करोड़ रुपए की शराब बिकी. इसी तरह साल 2019 के अंतिम दिन रांची में करीब 4 करोड़ रुपये शराब और बीयर की बिक्री से सरकार को राजस्व प्राप्त हुआ था.
कोरोना की वजह से 2020 में थोड़ी सी राजस्व में कमी आई. इसके बाबजूद 31 दिसंबर 2020 और 1 जनवरी 2021 में यही ट्रेंड बना रहा. इस साल स्थिति सामान्य होने और नई उत्पाद नीति की वजह से सरकार को उम्मीद है कि न्यू ईयर सेलिब्रेशन के बहाने जमकर कमाई होगी. रांची जिला खुदरा शराब विक्रेता संघ के अध्यक्ष बिरेन्द्र साहू के अनुसार न्यू ईयर के मौके पर सामान्य दिनों की अपेक्षा तीन से चार गुणा ज्यादा शराब की बिक्री होती है. इस तरह से आप देखेंगे तो रांची में करीब 5 से 6 करोड़ की शराब इस बार बिकने की संभावना है.
बिहार से न्यू ईयर मनाने आते हैं पर्यटक: न्यू ईयर के मौके पर बिहार से बड़ी संख्या में पर्यटक झारखंड आते हैं. चूंकी, बिहार में शराब बिक्री पर पाबंदी है तो झारखंड के सीमाई क्षेत्र में बड़ी संख्या में बिहार से पर्यटक न्यू ईयर सेलिब्रेशन मनाने के लिए पहुंचते हैं. इस दौरान शराब की बिक्री में भी काफी इजाफा होता है. इस बार भी विभाग को उम्मीद है कि न्यू ईयर के मौके पर शराब बिक्री में काफी इजाफा होगा.
सरकार की क्या है तैयारी: राजस्व में कमी की भरपाई के लिए विभाग ने इसे अवसर मानते हुए, राजधानी रांची सहित राज्य के अन्य जिलों में स्थित बार को भी टारगेट फिक्स किया है. इसके अलावा उत्पाद विभाग ने नकली शराब को खपाने में लगे लोगों और सिंडिकेट पर भी पैनी नजर रख रही है, जिससे बिहार जैसी जहरीली शराब पीने जैसी घटना झारखंड में ना हो. रांची सहित राज्य भर में कुल 1564 शराब दुकानें स्वीकृत हैं, जिसमें से 1548 दुकानों से शराब बेचे जाते हैं. इन दुकानों से सबसे ज्यादा शिकायत निर्धारित मूल्य से अधिक दामों पर शराब बेचने की आती रही है. जिस पर सख्ती बरतने के निर्देश विभाग द्वारा दिया गया है. आंकड़ों के अनुसार विभाग में राज्य के विभिन्न जिलों से 157 ऐसी शिकायतें आई हैं, जिसमें निर्धारित मूल्य से अधिक दामों पर शराब बेची जाती है. इसमें सबसे ज्यादा शिकायत राजधानी रांची में ही मिली है, जहां 35 मामले विभाग को शिकायत के तौर पर प्राप्त हुए हैं. बहरहाल न्यू ईयर मनाने के अलग-अलग तौर तरीके हैं, लेकिन राजधानी रांची के लोग इसे खास अंदाज में मनाते आ रहे हैं. जिस वजह से न्यू ईयर नाइट के लिए क्लबों और होटलों में अभी से बुकिंग जारी है.