ETV Bharat / state

स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग में लगा झारखंड सरकार का नया लोगो, 15 अगस्त से किया जाएगा अडॉप्ट

झारखंड का नया लोगो स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग में लगाया जा रहा है, जिसका मुआयना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी किया. लोगों को 15 अगस्त को आधिकारिक रूप से अडॉप्ट किया जाएगा. ईटीवी भारत ने बताया था कि 22 जुलाई को स्टेट कैबिनेट ने प्रस्तावित लोगो में आंशिक परिवर्तन किया जाएगा. उन्हीं आंशिक परिवर्तन के साथ नया लोगो प्रोजेक्ट बिल्डिंग में लगाया जा रहा है.

Jharkhand government new logo installed in state secretariat project building
झारखंड का नया लोगो
author img

By

Published : Aug 13, 2020, 8:00 PM IST

रांची: झारखंड सरकार के ओर से पास किया गया नया लोगो स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग में लगाया गया. इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को कैंपस में आकर बिल्डिंग के ऊपर लग रहे लोगो का मुआयना भी किया. हालांकि इस लोगो की आधिकारिक घोषणा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर होगी. लोगो को 15 अगस्त को आधिकारिक रूप से अडॉप्ट किया जाएगा.

जानकारी देते संवाददाता
बता दें कि ईटीवी भारत ने बताया था कि 22 जुलाई को स्टेट कैबिनेट ने प्रस्तावित लोगों में आंशिक परिवर्तन किया जाएगा. उन्हीं आंशिक परिवर्तन के साथ नया लोगो प्रोजेक्ट बिल्डिंग में लगाया जा रहा है.यह परिवर्तन हुआ है प्रस्तावित लोगो में दरअसल स्टेट कैबिनेट के प्रस्तावित लोगो में झारखंड सरकार हिंदी में लिखा था और वह नीचे की तरफ था, जबकि संशोधित लोगो में हिंदी में झारखंड सरकार को सबसे ऊपर किया गया है. वहीं प्रतीक चिन्ह में पलाश के फूल और राजकीय पशु हाथी की संख्या पर भी निर्णय लिया गया. लोगो के किनारे पलाश के 24 फूल और हाथियों की संख्या भी 24 रखी गई है. सूत्रों की मानें तो अशोक चक्र के 24 तीलियों के हिसाब से यह मानक तय किया गया है.नहीं बदला हाथी का रंगसूत्रों की मानें तो कैबिनेट की मीटिंग के बाद कांग्रेस कोटे के मंत्रियों ने कथित रूप से हाथी के रंग को लेकर आपत्ति जाहिर की थी. दरअसल लोगो के प्रोपोज्ड फॉर्मेट में हाथी का रंग सफेद दर्शाया गया था. हालांकि हाथी के रंग बदलने को लेकर कोशिश की गई, लेकिन उससे पूरा लोगो अजीबोगरीब दिखने लगा था. इसी वजह से हाथी के रंग को सफेद ही छोड़ दिया गया.इसे भी पढे़ं:- सीएम हेमंत सोरेन ने बताई झारखंड सरकार के लोगो बदलने की वजह, कहा- राज्य का प्रतिबिंब होता है प्रतीक चिन्ह


राज्य के ऐश्वर्य, समृद्धि और संस्कृति का परिचायक है लोगो
लोगो में हाथी का चित्रण राज्य के ऐश्वर्या को दर्शाता है, पलाश का फूल झारखंड के अप्रतिम प्राकृतिक सौंदर्य का परिचायक है. वहीं वृत्ताकार खंडों के बीच चौरा चित्रकारी प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है. दरअसल पुराने प्रतीक चिन्ह में अशोक चक्र बीच में था, जबकि चारों तरफ हरे रंग से अंग्रेजी अल्फाबेट 'जे' लिखा हुआ था.

रांची: झारखंड सरकार के ओर से पास किया गया नया लोगो स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग में लगाया गया. इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को कैंपस में आकर बिल्डिंग के ऊपर लग रहे लोगो का मुआयना भी किया. हालांकि इस लोगो की आधिकारिक घोषणा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर होगी. लोगो को 15 अगस्त को आधिकारिक रूप से अडॉप्ट किया जाएगा.

जानकारी देते संवाददाता
बता दें कि ईटीवी भारत ने बताया था कि 22 जुलाई को स्टेट कैबिनेट ने प्रस्तावित लोगों में आंशिक परिवर्तन किया जाएगा. उन्हीं आंशिक परिवर्तन के साथ नया लोगो प्रोजेक्ट बिल्डिंग में लगाया जा रहा है.यह परिवर्तन हुआ है प्रस्तावित लोगो में दरअसल स्टेट कैबिनेट के प्रस्तावित लोगो में झारखंड सरकार हिंदी में लिखा था और वह नीचे की तरफ था, जबकि संशोधित लोगो में हिंदी में झारखंड सरकार को सबसे ऊपर किया गया है. वहीं प्रतीक चिन्ह में पलाश के फूल और राजकीय पशु हाथी की संख्या पर भी निर्णय लिया गया. लोगो के किनारे पलाश के 24 फूल और हाथियों की संख्या भी 24 रखी गई है. सूत्रों की मानें तो अशोक चक्र के 24 तीलियों के हिसाब से यह मानक तय किया गया है.नहीं बदला हाथी का रंगसूत्रों की मानें तो कैबिनेट की मीटिंग के बाद कांग्रेस कोटे के मंत्रियों ने कथित रूप से हाथी के रंग को लेकर आपत्ति जाहिर की थी. दरअसल लोगो के प्रोपोज्ड फॉर्मेट में हाथी का रंग सफेद दर्शाया गया था. हालांकि हाथी के रंग बदलने को लेकर कोशिश की गई, लेकिन उससे पूरा लोगो अजीबोगरीब दिखने लगा था. इसी वजह से हाथी के रंग को सफेद ही छोड़ दिया गया.इसे भी पढे़ं:- सीएम हेमंत सोरेन ने बताई झारखंड सरकार के लोगो बदलने की वजह, कहा- राज्य का प्रतिबिंब होता है प्रतीक चिन्ह


राज्य के ऐश्वर्य, समृद्धि और संस्कृति का परिचायक है लोगो
लोगो में हाथी का चित्रण राज्य के ऐश्वर्या को दर्शाता है, पलाश का फूल झारखंड के अप्रतिम प्राकृतिक सौंदर्य का परिचायक है. वहीं वृत्ताकार खंडों के बीच चौरा चित्रकारी प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है. दरअसल पुराने प्रतीक चिन्ह में अशोक चक्र बीच में था, जबकि चारों तरफ हरे रंग से अंग्रेजी अल्फाबेट 'जे' लिखा हुआ था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.