रांचीः झारखंड में एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों की कुल संख्या 14287 है. राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा राज्य के 13 जिलों में एआरटी सेंटर स्थापित किए गए हैं. एआरटी सेंटर के माध्यम से 14053 एचआईवी संक्रमित मरीजों को नियमित रूप से निःशुल्क दवा और अन्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाती है.
एचआईवी संक्रमितों को पीएलएचआईवी से जोड़ा जा रहा हैः झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति (JSACS) के प्रयास से एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के साथ होने वाले भेदभाव को कम करने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए राज्य के सभी 24 जिलों में एचआईवी (HIV) संक्रमित व्यक्तियों के द्वारा बनाए गए पीपुल्स लिविंग विद एचआईवी एड्स नेटवर्क का गठन किया गया है. झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-2022 में पीपुल्स लिविंग विद एचआईवी एड्स (पीएलएचआईवी) नेटवर्क से 700 एचआईवी संक्रमितों को जोड़ा गया है.
भेदभाव होने पर एचआईवी संक्रमित व्यक्ति कर सकते हैं शिकायतः एचआईवी संक्रमितों (HIV INFECTED) के साथ भेदभाव को रोकने और उनके अधिकारों को संरक्षित करने के लिए भारत सरकार के द्वारा एचआईवी एड्स रोकथाम एवं नियंत्रण एक्ट 2017 बनाया गया है. इस एक्ट के प्रावधान के अंतर्गत झारखंड सरकार द्वारा राज्य के पांच प्रमंडलीय आयुक्त को इस एक्ट के तहत लोकपाल नामित किया गया है. एचआईवी संक्रमित व्यक्ति वहां शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
पॉजिटिव स्पीकर के रूप में अपने अनुभवों को साझा कर सकेंगे एचआईवी संक्रमितः झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में पीएलएचआईवी नेटवर्क के 50 प्रतिभागियों को पॉजिटिव स्पीकर का प्रशिक्षण दिया गया है. इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ऐसे लोगों को चिह्नित कर उन्हें पॉजिटिव स्पीकर के रूप में तैयार करना है, जो अपनी स्वेच्छा और सहमति से समाज के बीच अपनी पहचान को उजागर करते हुए अपने अनुभवों को साझा करेंगे और भेदभाव को कम करने की अपील करेंगे.
एचआईवी संक्रमितों को हर माह एक हजार रुपए पेंशन का है प्रावधानः राज्य सरकार द्वारा एचआईवी संक्रमितों के लिए योजनाओं का संचालन भी किया जा रहा है. जिसमें राज्य सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा ₹1000 प्रति माह पेंशन देने का प्रावधान है. वर्तमान समय में 3800 एचआईवी संक्रमित व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. खाद्य एवं उपभोक्ता मामले के अंतर्गत 9200 HIV संक्रमित व्यक्ति इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं. मुख्यमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5400 एचआईवी संक्रमित व्यक्ति आयुष्मान कार्ड धारक हैं और इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. इस योजना के तहत हर वर्ष पांच लाख तक के इलाज की सुविधा उन्हें दी गई है.