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Farewell Of DGP Niraj Sinha: विदाई समारोह में बोले झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा, दो वर्ष में नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस ने किया बेहतरीन काम

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Published : Feb 11, 2023, 12:01 PM IST

Updated : Feb 11, 2023, 9:34 PM IST

रांची जैप वन कार्यालय में झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा समारोहपूर्वक विदाई दी गई. इस दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस मेरे लिए परिवार की तरह है और ताउम्र पुलिस के लिए ही सोचूंगा. साथ ही इस दौरान उन्होंने पिछले दो वर्षों में पुलिस की सफलता और उनके शौर्य और पराक्रम की सराहना की.

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झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा विदाई
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रांची: झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा की विदाई पर शनिवार को जैप वन कार्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. नीरज सिन्हा दो वर्ष तक झारखंड के डीजीपी रहे. वहीं विदाई समारोह में राज्य भर के पुलिस अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 1987 से नीरज सिन्हा पुलिस की सेवा में थे. इस दौरान उनका कार्यकाल बेहतरीन रहा. उनसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिला.

ये भी पढे़ं-Naxalism in Jharkhand: नक्सली वारदातों से छलनी है झारखंड, अपनों को खोकर खूब रोया प्रदेश

पुलिस सेवा से विदा हो रहा हूं, पुलिस परिवार से नहींः वहीं पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि सरकारी सेवा में सेवानिवृत्ति के लिए हर अधिकारी तैयार रहता है. फिर भी यह पल मेरे लिए कष्टप्रद है. उन्होंने कहा कि भले ही सेवा से मेरी विदाई हुई हो, लेकिन पुलिस परिवार से विदाई नहीं होती. पुलिस मेरा परिवार है और जीवन के अंतिम समय तक पुलिस के लिए ही सोचूंगा.

दो वर्षों में नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस ने किया बेहतरीन कामः उन्होंने कहा कि गत दो वर्षो में 860 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया, जिनपर कुल 2.12 करोड़ ईनाम घोषित था. राज्य सरकार की आत्मसमर्पण योजना के तहत कुल 34 उग्रवादियों ने समर्पण किया है, जिनपर 1.13 करोड़ का ईनाम घोषित था. उन्होंने कहा कि नक्सलियों का गढ़ कहा जाने वाला बूढ़ापहाड़ अब नक्सल मुक्त हो गया है. आने वाले समय में अन्य नक्सल प्रभावित इलाकों में कैंप लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कैंप सिर्फ ग्रामीणों को सुरक्षित ही नहीं रखता, बल्कि उन्हें जागरूक भी कर रहा है. नक्सलियों के विरुद्ध लगाए गए कैंप की वजह से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम सुदूर और ग्रामीण क्षेत्रों में सफलतापूर्वक कराया जा रहा है.

शहीदों के नाम स्मारक बनाए जाएंगेः डीजीपी ने कहा कि एंटी टेररिस्ट एस्कॉर्ट (एटीएस) को और भी मजबूत किया जा रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस ने शहीदों के नाम स्मारक बनाने की मांग की है. जिनमें सभी शहीदों के स्मारक बनाए जाएंगे. झारखंड सरकार और झारखंड के सभी विभागों के प्रति पुलिस विभाग कृतज्ञ हैं. झारखंड सरकार ने पुलिस के विकास के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं.

राजनीति में नहीं जाएंगे डीजीपीः उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उनकी एक किताब भी प्रकाशित होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि वह राजनीति में नहीं जाएंगे. क्योंकि राजनेता बनने के लिए ज्यादा बोलना पड़ता है और वह काफी कम बोलते हैं. राज्य भर के पुलिस कर्मियों और पुलिस के अधिकारियों ने जैप वन ग्राउंड पर डीजीपी नीरज सिन्हा को सम्मान के साथ विदाई दी.

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रांची: झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा की विदाई पर शनिवार को जैप वन कार्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. नीरज सिन्हा दो वर्ष तक झारखंड के डीजीपी रहे. वहीं विदाई समारोह में राज्य भर के पुलिस अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 1987 से नीरज सिन्हा पुलिस की सेवा में थे. इस दौरान उनका कार्यकाल बेहतरीन रहा. उनसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिला.

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पुलिस सेवा से विदा हो रहा हूं, पुलिस परिवार से नहींः वहीं पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि सरकारी सेवा में सेवानिवृत्ति के लिए हर अधिकारी तैयार रहता है. फिर भी यह पल मेरे लिए कष्टप्रद है. उन्होंने कहा कि भले ही सेवा से मेरी विदाई हुई हो, लेकिन पुलिस परिवार से विदाई नहीं होती. पुलिस मेरा परिवार है और जीवन के अंतिम समय तक पुलिस के लिए ही सोचूंगा.

दो वर्षों में नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस ने किया बेहतरीन कामः उन्होंने कहा कि गत दो वर्षो में 860 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया, जिनपर कुल 2.12 करोड़ ईनाम घोषित था. राज्य सरकार की आत्मसमर्पण योजना के तहत कुल 34 उग्रवादियों ने समर्पण किया है, जिनपर 1.13 करोड़ का ईनाम घोषित था. उन्होंने कहा कि नक्सलियों का गढ़ कहा जाने वाला बूढ़ापहाड़ अब नक्सल मुक्त हो गया है. आने वाले समय में अन्य नक्सल प्रभावित इलाकों में कैंप लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कैंप सिर्फ ग्रामीणों को सुरक्षित ही नहीं रखता, बल्कि उन्हें जागरूक भी कर रहा है. नक्सलियों के विरुद्ध लगाए गए कैंप की वजह से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम सुदूर और ग्रामीण क्षेत्रों में सफलतापूर्वक कराया जा रहा है.

शहीदों के नाम स्मारक बनाए जाएंगेः डीजीपी ने कहा कि एंटी टेररिस्ट एस्कॉर्ट (एटीएस) को और भी मजबूत किया जा रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस ने शहीदों के नाम स्मारक बनाने की मांग की है. जिनमें सभी शहीदों के स्मारक बनाए जाएंगे. झारखंड सरकार और झारखंड के सभी विभागों के प्रति पुलिस विभाग कृतज्ञ हैं. झारखंड सरकार ने पुलिस के विकास के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं.

राजनीति में नहीं जाएंगे डीजीपीः उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उनकी एक किताब भी प्रकाशित होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि वह राजनीति में नहीं जाएंगे. क्योंकि राजनेता बनने के लिए ज्यादा बोलना पड़ता है और वह काफी कम बोलते हैं. राज्य भर के पुलिस कर्मियों और पुलिस के अधिकारियों ने जैप वन ग्राउंड पर डीजीपी नीरज सिन्हा को सम्मान के साथ विदाई दी.

Last Updated : Feb 11, 2023, 9:34 PM IST
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