रांची: देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है. ऐसे में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अरुण कुमार सिंह ने राज्य के डीसी और सिविल सर्जनों के साथ रविवार (9 अप्रैल) को वर्चुअल मीटिंग की. और कई अहम आदेश दिए. संक्रमित राज्यों से आने वाले मरीजों पर कड़ी नजर रखी जाएगी. उन्हें कोरोना जांच के लिए पहले RAT जांच कराने और पॉजिटिव आने पर RT-PCR टेस्ट कराना होगा. जरूरत पड़ने पर जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराये जाने का निर्देश दिया गया है.
तैयारी दुरुस्त करने निर्देश दिए : रांची के नेपाल हाउस मंत्रालय से कोरोना को लेकर शाम में हुई अहम बैठक हुई. जिसमें अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने राज्यों के डीसी को आवशयक निर्देश दिया. कहा कि 10 अप्रैल को मॉक ड्रिल कराकर पूरी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजें. मॉक ड्रिल के दौरान जिलों में उपलब्ध आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन युक्त बेड, ICU, वेंटिलेटर की क्रियाशीलता की जांच करने के आदेश दिए. साथ ही प्रशिक्षित मानव संसाधन को कोविड प्रबंधन के साथ साथ वेंटिलेटर और PSA प्लांट के लिए कितने ह्यूमन रिसोर्स की जरूरत होगी इसका भी आकलन करने को भी कहा गया. डीसी और सिविल सर्जन कोरोना जांच किट, ऑक्सीजन जांच किट और दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर लेने की जिम्मेदारी दी गई.
स्वास्थ्य मंत्री ने दी डीसी को सलाह: स्वास्थ्य मंत्री ने सभी डीसी को सलाह दी कि कोरोना के पहले और दूसरे वेब के दौरान जिस सजगकता के साथ काम किया गया था उसी तरह इस बार भी जिला स्तर पर अलग अलग काम के लिए अलग अलग नोडल अधिकारी नामित कर लें. सभी जिलों में कोविड नियंत्रण कक्ष बनाने का भी आदेश सभी जिले के डीसी को दिया गया. रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर कोरोना जांच बढ़ाने को कहा गया. रांची, जमशेदपुर और देवघर जैसे जिले जहां कोरोना के एक्टिव केस अधिक है, वहां के डीसी को विशेष रूप से चौकस रहने को कहा गया. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने RT PCR लैब जल्द शुरू हो जाने की संभावना जताई. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रामगढ़, गिरिडीह लातेहार ,चतरा, जामताड़ा और सरायकेला खरसावां में आरटी- पीसीआर लैब चालू करने के लिए आईसीएमआर प्रमाणीकरण को लेकर कार्यवाही शुरू करने के निर्देश संबंधित जिलों के डीसी को दिया गया है.
अभी 20 हजार से ज्यादा बेड है उपलब्ध: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सभी डीसी और सिविल सर्जनों के साथ बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि झारखंड में कोरोना के संभावित खतरे से निपटने की सभी तैयारियां हैं. राज्य में अभी 1447 आईसीयू बेड 20,000 से ज्यादा ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड 122 पी एस ए प्लांट और 21 आरटी पीसीआर टेस्टिंग लैब उपलब्ध है. जबकि 06 RT पीसीआर लैब को चलाने के लिए जरूरी ICMR का प्रमाणीकरण की कार्यवाही चल रही है. मंत्री ने बताया कि राज्य में कोरोना के एक भी डोज उपलब्ध नहीं है. और भारत सरकार से 50 हजार वैक्सीन की मांग की गई है.