रांची: झारखंड के साथ-साथ रांची में संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. रोजाना हजारों की संख्या में नये संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए जिला प्रशासन सजग है. सभी अस्पतालों में बेड के साथ-साथ ऑक्सीजन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है. रिम्स अस्पताल के अलावा रांची सदर अस्पताल, रिसालदार बाबा स्वास्थ्य केंद्र सहित विभिन्न अस्पतालों मे बेड की व्यवस्था की गई है, ताकि आपात स्थिति में मरीजों और उनके परिजनों को बेड और ऑक्सीजन के लिए भटकना नहीं पड़े.
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रिम्स के अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप ने बताया कि रिम्स के न्यू ट्रामा सेंटर में 100 बेड ऐसे हैं जो वेंटिलेटर के साथ हैं. वही आईसीयू और ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि यदि संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती है तो हम लोग तत्काल एक हजार बेड का इंतजाम कर सकते हैं.
अनुमंडल अस्पतालों में 20 बेड की व्यवस्था
जिला प्रशासन की ओर से रांची सदर अस्पताल में लगभग 300 बेड तैयार किया गया है. इसके अलावा डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा स्वास्थ्य केंद्र में 100 बेड और बुंडू अनुमंडलीय अस्पताल, बेड़ो, बुढमू, चान्हो, कांके, लापुंग, मांडर, ओरमांझी, रातू, सिल्ली, तामाड़ के अस्पतालों में 20-20 अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था की गई है. जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी ने बताया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में बेड की व्यवस्था की गई है.
रिम्स में 50 मरीज भर्ती
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि ओमीक्रोन वैरिएंट की रफ्तार बढ़ती है तो फिर बेड का इंतजाम करना मुश्किल हो जाएगा. वर्तमान में लगभग 50 संक्रमित मरीज रिम्स में भर्ती हैं. वहीं सदर अस्पताल में लगभग 30 मरीज भर्ती हैं. राहत की बात यह है कि राजधानी में जो भी मरीज भर्ती हैं, उनकी स्थिति गंभीर नहीं है.
पीएसी प्लांट किया जा रहा संचालित
प्रशासन की ओर से ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर भी पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की गई है. सदर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की संख्या लगभग 1600 है. वहीं कंसंट्रेटर की संख्या 100 के करीब है. रिम्स अस्पताल में पीएसए प्लांट पूर्ण रूप से संचालित हो चुके हैं.