रांचीः केंद्र सरकार(Central government) ने कोरोना से मौत पर परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने से इनकार कर दिया है. जिसे झारखंड कांग्रेस(Jharkhand Congress) ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. सोमवार को झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से पूरे देश में कोरोना संक्रमण का फैलाव हुआ. इसके साथ ही संक्रमित मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं की गई. इससे देशभर में लाखों लोगों की जान चली गई.
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प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता(State Congress Spokesperson) आलोक कुमार दुबे ने कहा कि जीवन की कीमत लगाना असंभव है. सरकारी मुआवजा सिर्फ एक छोटी-सी सहायता हो सकती है, लेकिन मोदी सरकार यह भी करने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा है कि मुआवजा देने के लिए पैसा नहीं है, लेकिन कोरोना के दौरान सेंट्रल विस्टा और प्रधानमंत्री के लिए भव्य महल बनवाने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये हैं.
कहां गया जनता का पैसा
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि पेट्रोल और डीजल से वर्ष 2020-21 में तीन लाख 89 हजार 662 करोड़ रुपये की आमदनी हुई, जो कहां गया. यह देश की जनता को जानने का हक है.
राज्य सरकार मदद करने में है जुटी
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि कोरोना संक्रमणकाल में केंद्र सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं मिली. वहीं, राज्य सरकार अपने संसाधनों से कोरोना पीड़ित परिवारों को मदद करने में जुटी है. उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक-सामाजिक स्थिति का आंकलन कर रही है. इसके बाद जरूरतमंद परिवारों को आवश्यक सहायता पहुंचाएगी.