रांचीः अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई वरीय नेताओं के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को बंद कर दिया गया है. ट्विटर हैंडल बंद करने के विरोध में गुरुवार को झारखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान डॉ उरांव ने कहा कि राहुल गांधी का ट्विटर हैंडल बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण है. यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है. उन्होंने कहा कि हाथरस कांड में भाजपा नेताओं की ओर से घटना से संबंधित ट्वीट किया गया तो उसका अकाउंट बंद नहीं हुआ. लेकिन, कांग्रेस नेताओं का ट्विटर अकाउंट बंद किया जा रहा है. यह केंद्र सरकार की दोहरे चरित्र को दिखाता है.
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रामेश्वर उरांव ने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर आवाज बुलंद करने वाली राजनीतिक पार्टियों और नेताओं के खिलाफ केंद्र सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की बदौलत ही 2014 में बीजेपी केंद्र की सत्ता में आई. उसी सोशल मीडिया पर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है, तो बीजेपी नेताओं में बौखलाहट है.
लगाया जा रहा विपक्ष की आवाज पर अंकुश
डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि पहले पेगासस के माध्यम से विरोधी दल के नेताओं, सैनिकों, अधिकारियों और न्यायपालिका में बैठे लोगों की जासूसी कराई. इसके साथ ही बीजेपी ने अपने दल के कुछ नेताओं की भी निगरानी की. अब सोशल मीडिया पर विपक्ष की आवाज पर अंकुश लगाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की रवैये में सुधार नहीं हुआ, तो कांग्रेस सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगी.
स्वतंत्रता छीनने की कोशिश
कांग्रेस नेता डॉ. उरांव ने कहा कि लोकतंत्र तभी सफल होता है, जब बोलने, लिखने, पढ़ने, विचारों को रखने की आजादी होती है. लेकिन, वर्तमान केंद्र की सरकार आम लोगों की स्वतंत्रता को छीनने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की हरकत को देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.