नई दिल्ली: झारखंड से कांग्रेस के विधायक व फायर ब्रांड नेता इरफान अंसारी ने कहा कि झारखंड कांग्रेस प्रभारी रहे आरपीएन सिंह जब प्रभारी थे तो झारखंड में कांग्रेस विधायकों में टूट कराकर महागठबंधन सरकार गिराना चाहते थे.
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विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि आरपीएन सिंह कांग्रेस के दुश्मन नंबर वन हैं. पार्टी में रहकर बतौर प्रभारी झारखंड कांग्रेस को कमजोर करने में लगे हुए थे. वह भाजपा के एजेंट थे. बीजेपी में वह चले गए हैं. इससे झारखंड कांग्रेस के विधायकों में टूट नहीं होगी, न आरपीएन झारखंड मुक्ति मोर्चा का बीजेपी से गठबंधन करा पायेंगे. आरपीएन के साथ झारखंड कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है. इरफान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी झारखंड में एक जुट है. सभी 18 विधायक कांग्रेस के एकजुट हैं. राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद गठबंधन की महागठबंधन सरकार पूरे पांच साल चलेगी. हेमंत पांच साल मुख्यमंत्री रहेंगे.
झारखंड कांग्रेस के प्रभारी रहे आरपीएन सिंह बीजेपी में जा चुके हैं. झारखंड कांग्रेस के 18 में से 8-9 विधायक उनके काफी करीबी हैं, उनके बीजेपी में जाने से संभावना जतायी जा रही है. इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि झारखंड कांग्रेस विधायकों में टूट हो सकती है. आरपीएन के सीएम हेमंत से भी अच्छे संबंध रहे हैं. अटकलों का बाजार गर्म है कि आरपीएन के जरिये बीजेपी हेमंत को एनडीए में लाने की भी कोशिश कर सकती है. झारखंड बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने दिल्ली में आरपीएन से मुलाकात भी की है. इसके बाद से इन संभावनाओं को और बल मिल रहा है.