रांचीः झारखंड कांग्रेस ने तीन दिनों तक गिरिडीह के मधुबन में चिंतन शिविर चलाया, जिसमें राज्य के सभी वरीय कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जुटे और संगठन को मजबूत करने की रणनीति तैयार की. चिंतन शिविर के बाद राज्य में कांग्रेस का आक्रमक तेवर जारी है. बुधवार को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार से विस्थापन और पुनर्वास आयोग के गठन की मांग की है.
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बंधु तिर्की ने कहा कि चिंतन शिविर में विस्थापन और जनजातीय समस्याओं के निदान से संबंधित प्रस्ताव पारित किया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी विस्थापन सह पुनर्वास आयोग के गठन का जिक्र है. इस स्थिति में सरकार शीघ्र दोनों आयोग गठन की दिशा में कदम बढ़ाए. उन्होंने कहा कि झारखंड के लोग लंबे समय से विस्थापन का दंश झेल रहे हैं. बंधु तिर्की ने कहा कि राज्य में अबतक 22 लाख एकड़ जमीन उद्योग, खनन, डैम और जलाशय के लिए अधिग्रहण की गई है. इससे 25 लाख लोग विस्थापित हुए हैं. इनमें बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है, जिनकों नहीं पुनर्वास हुआ हैं और ना ही मुआवजा मिला है. इस स्थिति में पुनर्वास आयोग का गठन जरूरी है.
बंधु तिर्की ने कहा कि आदिवासियों के भूमि विवाद सुलझाने के लिए विशेष ट्रिब्यूनल, आदिवासियों के लिए सुगम ऋण की व्यवस्था, राज्य में सभी खाली पदों पर 2023 तक नियुक्ति सहित 25 मांग है. इस मांग पत्र को शीघ्र ही मुख्यमंत्री को सौपेंगे, ताकि शीघ्र निर्णय लेकर आगे कदम बढ़ाया जा सके. झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय दल है. लेकिन क्षेत्रीय मुद्दों का समाधान करना हमारी जिम्मेदारी है.