नई दिल्ली: झारखंड में राज्यसभा सीट पर कांग्रेस और जेएमएम गठबंधन में चल रहे घमासान के बीच आज रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी पार्टी से महुआ मांझी को उम्मीदवार घोषित कर दिया और इसके साथ ही कांग्रेस की उम्मीदें भी धूमिल हो गई. अब इस मुद्दे पर कांग्रेस में नाराजगी है. सोमवार शाम कांग्रेस महासचिव और झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे और इस मुद्दे पर दोनों के बीच लगभग एक घंटे तक चर्चा चली. जिसके बाद पांडे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि निश्चित रूप से कांग्रेस को उम्मीद थी कि गठबंधन में रहते हुए कोई भी निर्णय सर्वसम्मति से सबके साथ चर्चा कर के लिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका है. इसलिये प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी है. अब अविनाश पांडेय मंगलवार को खुद रांची जाकर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और मुख्यमंत्री सोरेन से भी मिलने का प्रयास करेंगे.
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अविनाश पांडेय ने आगे कहा कि कांग्रेस ने अपनी भूमिका शुरू से ही स्पष्ट रखी थी की सर्वसम्मति से उम्मीदवार तय किया जाएगा. इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी बातचीत हुई थी और पार्टी के सभी नेताओं के साथ भी चर्चा हुई थी. निश्चित रूप से संवाद का अभाव रहा है और जेएमएम की तरफ से उम्मीदवार की एकतरफा घोषणा की गई है. बता दें कि राज्यसभा का पेंच सुलझाने हेमंत सोरेन दिल्ली पहुंचे थे और शनिवार को उनकी सोनिया गांधी के साथ लगभग डेढ़ घंटे तक चर्चा चली. इसके बाद बताया जा रहा था कि दोनों नेताओं की बैठक के बाद अब गठबंधन में तनाव दूर हो गया है, लेकिन यह अब भी बरकरार है.
झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने भी यह माना कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं, मंत्री और विधायकों में इस बात को ले कर नाराजगी है. अब वह मंगलवार को एक बार फिर रांची पहुंचेंगे और सबकी शिकायतें सुन कर नाराजगी दूर करने की कोशिश करेंगे. अविनाश पांडे ने हेमंत सोरेन से मुलाकात करने की बात भी कही है, ऐसे में देखना होगा कि हेमंत सोरेन के एकतरफा निर्णय के बाद अब दोनों पक्षों में किस तरह का समन्वय देखने को मिलता है. राज्यसभा के लिये नामांकन की आखिरी तारीख भी मंगलवार ही है ऐसे में अविनाश पांडेय ने कहा है कि वह जल्दी से जल्दी झारखंड पहुंच कर नेताओं से मिलने का प्रयास करेंगे. गठबंधन में असंतोष पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि गठबंधन पूरे विश्वाश और संवाद के साथ बरकरार रहे.