रांची: लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस बिना प्रदेश कमेटी के चुनावी मैदान में उतरेगी. नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा है कि चुनाव में चंद महीने बचे हैं. इसलिए कमेटी के गठन के लिए यह सही वक्त नहीं है. चुनाव के बाद प्रदेश कमेटी का गठन किया जाएगा.
अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि चुनाव से पहले प्रदेश कमेटी की घोषणा इसलिए भी नहीं की जा रही है क्योंकि इससे नेताओं और कार्यकर्ताओं में असंतोष हो सकता है.
झारखंड कांग्रेस की राजनीति में प्रदेश कमेटी को सबसे ताकतवर माना जाता था. लेकिन 2017 से झारखंड में प्रदेश कमेटी नहीं बन पाई है और कुछ गिने-चुने चेहरे ही पार्टी के कर्ताधर्ता बने हुए हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि लोकसभा चुनाव में की गई गलती से पार्टी ने कोई सबक नहीं लिया है और एक बार फिर वही गलती दोहराते हुए बिना प्रदेश कमिटी के विधानसभा के चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है.
विस चुनाव के बाद ही कमिटी का होगा गठन-रामेश्वर उरांव
प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बाद उम्मीद थी कि नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और उनकी टीम प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन करेगी. क्योंकि इससे पहले अजय कुमार अपने कार्यकाल में कमेटी का गठन नहीं कर पाए थे. ऐसे में एक बार फिर लग रहा है कि रामेश्वर उरांव भी अजय कुमार के रास्ते पर चल रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव के बाद ही कमेटी का गठन होगा.
लोकसभा चुनाव में भी पार्टी बिना प्रदेश कमेटी के चुनावी मैदान में उतरी थी और इसे ही चुनाव में खराब प्रदर्शन का कारण माना जा रहा था. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि चुनाव के लिए प्रदेश कमेटी का होना जरूरी नहीं है. बल्कि कई कमेटी काम कर रही हैं. उन्होंने दावा किया है कि ये कमेटियां चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगी.