रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस (Jharkhand Pradesh Congress) ने गुरुवार को इजराइली स्पाइवेयर पेगासस (Pegasus) की ओर से किए गए फोन टैपिंग के विरोध में राजभवन के समक्ष धरना दिया. धरना पर बैठे कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान पार्टी अध्यक्ष के साथ स्वास्थ्य मंत्री, कृषि मंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे. कांग्रेस ने कहा कि स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर जासूसी कराने वाले गृहमंत्री अमित शाह शीघ्र इस्तीफे दें. इसके साथ ही राहुल गांधी सहित महत्वपूर्ण लोगों के फोन हैक की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराने की मांग की.
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि देश के कानून व्यवस्था और संविधान के प्रावधानों का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया है. पेगासस स्पाइवेयर के माध्यम से निजता का हनन किया गया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि देशभर में कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही हैं और दूसरे राजनीतिक दल भी विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस स्पाइवेयर से जासूसी कराने के मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिए.
लोकतंत्र पर किया जा रहा हमला
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि जब से केंद्र में मोदी सरकार आई है, तब से लोकतंत्र पर हमला किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चारों स्तंभ को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जनता जाग चुकी है. अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि फोन टैपिंग कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि लोगों की प्राइवेसी खतरे में हैं. निरंकुश शासन का इससे बड़ा उदाहरण नहीं मिल सकता है. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मोदी सरकार की ऐसी हरकत करना नई बात नहीं हैं. उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग कराना कहीं ना कहीं लोकतंत्र का हनन है और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है.
प्रधानमंत्री लोगों के सवाल का नहीं दें रहे जवाब
महगामा विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि जिस तरह से वर्तमान समय में लोगों के फोन टैप कराया जा रहा है. यह बड़ी चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री लोगों के सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं और उनके घरों में झांकने का प्रयास कर रहे हैं. यह निजता का हनन के साथ साथ देशद्रोह का मामला भी बनता है.