रांची: झारखंड कांग्रेस का चिंतन शिविर 20 से 22 फरवरी तक पारसनाथ मधुबन में हो रहा है. राजनीतिक चर्चाओं के अलावा पार्टी सरकार में पकड़ मजबूत करने और भाषाई विवाद जैसे मुद्दे पर स्टैंड साफ करेगी. चिंतन शिविर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करेंगे. इस चिंतन शिविर में करीब 150 डेलीगेट्स भाग लेंगे, जिसमें पार्टी के विधायक, सांसद के अलावा सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे. इधर कांग्रेस के इस चिंतन शिविर पर भाजपा ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि हाल में कांग्रेस विधायकों के आए बयान ने पार्टी को चिंतन करने पर मजबूर कर दिया है.
इसे भी पढ़ें: झारखंड में भाषा विवाद: बैकफुट पर हेमंत सरकार, बोकारो और धनबाद से हटी मगही, भोजपुरी
पारसनाथ में कांग्रेस का चिंतन शिविर 20 फरवरी से आयोजित हो रहा है. तीन दिवसीय यह चिंतन शिविर कई मायनों में अहम माना जा रहा है. राजनीतिक चर्चाओं के साथ साथ सरकार के बीच समन्वय और कॉमन मिनिमम प्रोग्राम जैसे मुद्दे पर पार्टी नेता खुलकर विचार रखेंगे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में आयोजित हो रहे इस चिंतन शिविर में भाग लेने के लिए कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय और सह प्रभारी उमंग सिंगार 19 फरवरी को रांची पहुंच रहे हैं.
भाषा विवाद और कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर कांग्रेस बनायेगी रणनीति: राष्ट्रीय मुद्दे के अलावा झारखंड के ज्वलंत स्थानीय मुद्दे पर कांग्रेस चिंतन शिविर में चर्चा होगी. कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि पार्टी का यह चिंतन शिविर काफी महत्वपूर्ण होगा, जिसमें भाषाई विवाद, स्थानीयता और सत्तारूढ़ दलों के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम जैसे मुद्दे पर पार्टी अपना स्टैंड साफ करेगी. बंधु तिर्की ने कहा कि चुनाव के वक्त पार्टी ने जनता से जो वादा करके आई थी उसकी समीक्षा होगी और सरकार में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाकर उसे पूरा करने की कोशिश की जायेगी.
बीजेपी ने किया कटाक्ष: कांग्रेस के चिंतन शिविर पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुलनाथ शाहदेव ने कांग्रेस के चिंतन शिविर को जनता को धोखा देनेवाला कार्यक्रम कहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक ने जिस तरह से हाल ही में पार्टी के लिए चिंता बढाने का काम किया है उससे तो साफ लगता है कि चिंतन करना लाजिमी था. सरकार में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है जिसके कारण ना तो कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बना और ना ही कोई कॉर्डिनेशन. उन्होंने कहा झारखंड मुक्ति मोर्चा के आगे कांग्रेस पूरी तरह नतमस्तक है जिस वजह से पार्टी के विधायक द्वारा बयान जारी किये जाते रहे हैं.