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रांची: CID करेगी महिला पर अत्याचार के तीन मामलों की जांच, सीसीएल के अधिकारी समेत कई लोग हैं आरोपी - cases of woman assault in jharkhand

बोकारो की महिला पर अत्याचार के तीन मामलों की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आदेश पर झारखंड की सीआईडी करने वाली है. मामले में बोकारो एसपी से FIR और जांच संबंधी सारे कागजातों की मांग सीआईडी ने की है.

jharkhand CID will investigate three cases of woman assault
रांची: CID करेगी महिला पर अत्याचार के तीन मामलों की जांच, सीसीएल के अधिकारी समेत कई लोग हैं आरोपी
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Published : May 22, 2021, 11:17 AM IST

रांची: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आदेश पर महिला अत्याचार के तीन मामलों की जांच अब झारखंड सीआईडी करेगी. बोकारो की रहने वाली महिला ने सीसीएल के एक अधिकारी ओपी सिंह के खिलाफ सीसीएल स्कूल में नौकरी नियमित करने के नाम पर यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था. इसके अलावा महिला ने कई लोगों के खिलाफ गोमिया थाना में दो अलग मामलों में भी केस दर्ज कराए थे.

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आयोग से की थी शिकायत

महिला ने अपने ऊपर हुए कथित अत्याचार मामले में बीपीटीएस थाना में केस दर्ज करवाया था. बताते चलें कि एक मामले में सीसीएल के अधिकारी पर आरोप था कि नौकरी का झांसा देकर उसने गेस्ट हाउस में बुलाकर महिला से दुष्कर्म किया. इसके बाद उसे ब्लैकमेल किया जाने लगा. इस मामले में आरोपी अधिकारी सरेंडर भी कर चुके हैं. मामले की निष्पक्ष जांच के लिए महिला ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से शिकायत की थी, जिसके बाद आयोग ने राज्य पुलिस मुख्यालय को आदेश दिया था कि मामले की जांच निष्पक्ष और स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए. आयोग के आदेश पर पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी से जांच का आदेश दिया. जिसके बाद सीआईडी मुख्यालय ने केस टेकओवर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

विक्टिम कंपन्सेशन का भी मिलेगा पैसा
आयोग ने राज्य पुलिस को आदेश दिया है कि महिला को विक्टिम कंपंशेसन स्कीम के पैसे जारी करवाएं. महिला के यौन शोषण के आरोपी अधिकारी फिलहाल जेल में बंद हैं.

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रेमडेसिविर कालाबाजारी केस में आरोपी का बयान दर्ज
वहीं, दूसरी तरफ रांची के चर्चित रेमडेसिविर दवा की कालाबाजारी मामले में सीआईडी ने दवा कारोबारी राकेश रंजन और निजी अस्पताल के प्रबंधक मनीष सिन्हा का बयान दर्ज कराया है. मामले में सीआईडी दवा कारोबारी राकेश रंजन का बयान कोर्ट में 164 के तहत दर्ज कराएगी. दवा कारोबारी ने बताया है कि उसने अपने बहनोई के लिए रेमडेसिविर की खरीद मनीष सिन्हा से की थी. राकेश रंजन उसके बहनोई इलाज के लिए गुरुनानक अस्पताल में भर्ती थे, लेकिन इलाज के दौरान उसके बहनोई की मौत हो गई. ऐसे में रेमडेसिविर उसने राजीव सिंह को दी, जिसे राजीव ने अपने परिचितों को बेच दिया था. मामले में सीआईडी कालाबाजारी के पूरे रैकेट की पड़ताल में लगी है. गुरुवार को सीआइडी ने इस कांड के मुख्य आरोपी राजीव सिंह को कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जेल भेज दिया था.

रांची: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आदेश पर महिला अत्याचार के तीन मामलों की जांच अब झारखंड सीआईडी करेगी. बोकारो की रहने वाली महिला ने सीसीएल के एक अधिकारी ओपी सिंह के खिलाफ सीसीएल स्कूल में नौकरी नियमित करने के नाम पर यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था. इसके अलावा महिला ने कई लोगों के खिलाफ गोमिया थाना में दो अलग मामलों में भी केस दर्ज कराए थे.

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आयोग से की थी शिकायत

महिला ने अपने ऊपर हुए कथित अत्याचार मामले में बीपीटीएस थाना में केस दर्ज करवाया था. बताते चलें कि एक मामले में सीसीएल के अधिकारी पर आरोप था कि नौकरी का झांसा देकर उसने गेस्ट हाउस में बुलाकर महिला से दुष्कर्म किया. इसके बाद उसे ब्लैकमेल किया जाने लगा. इस मामले में आरोपी अधिकारी सरेंडर भी कर चुके हैं. मामले की निष्पक्ष जांच के लिए महिला ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से शिकायत की थी, जिसके बाद आयोग ने राज्य पुलिस मुख्यालय को आदेश दिया था कि मामले की जांच निष्पक्ष और स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए. आयोग के आदेश पर पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी से जांच का आदेश दिया. जिसके बाद सीआईडी मुख्यालय ने केस टेकओवर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

विक्टिम कंपन्सेशन का भी मिलेगा पैसा
आयोग ने राज्य पुलिस को आदेश दिया है कि महिला को विक्टिम कंपंशेसन स्कीम के पैसे जारी करवाएं. महिला के यौन शोषण के आरोपी अधिकारी फिलहाल जेल में बंद हैं.

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रेमडेसिविर कालाबाजारी केस में आरोपी का बयान दर्ज
वहीं, दूसरी तरफ रांची के चर्चित रेमडेसिविर दवा की कालाबाजारी मामले में सीआईडी ने दवा कारोबारी राकेश रंजन और निजी अस्पताल के प्रबंधक मनीष सिन्हा का बयान दर्ज कराया है. मामले में सीआईडी दवा कारोबारी राकेश रंजन का बयान कोर्ट में 164 के तहत दर्ज कराएगी. दवा कारोबारी ने बताया है कि उसने अपने बहनोई के लिए रेमडेसिविर की खरीद मनीष सिन्हा से की थी. राकेश रंजन उसके बहनोई इलाज के लिए गुरुनानक अस्पताल में भर्ती थे, लेकिन इलाज के दौरान उसके बहनोई की मौत हो गई. ऐसे में रेमडेसिविर उसने राजीव सिंह को दी, जिसे राजीव ने अपने परिचितों को बेच दिया था. मामले में सीआईडी कालाबाजारी के पूरे रैकेट की पड़ताल में लगी है. गुरुवार को सीआइडी ने इस कांड के मुख्य आरोपी राजीव सिंह को कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जेल भेज दिया था.

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