ETV Bharat / state

सीआईडी ने बदला चार्जशीट का तरीका, आरोपियों के लिए जमानत लेना हुआ मुश्किल - Jharkhand CID changed the way of charge sheet

सीआईडी ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करने का तरीका बदल दिया है. संगठन ने अब चार्जशीट दायर करने के लिए सीबीआई का तरीका अपना लिया है. संगठन को इससे आरोपियों को सलाखों के पीछे रखने में अच्छे नतीजे मिल रहे हैं.

Jharkhand CID changed the way of charge sheet
सीआईडी ने बदला चार्जशीट का तरीका
author img

By

Published : Jan 11, 2021, 12:07 AM IST

रांचीः झारखंड पुलिस के अपराध अनुसंधान विभाग यानी सीआईडी ने केस के अनुसंधान के बाद चार्जशीट का तरीका बदल दिया है. जिला पुलिस और सीआईडी के नए तरीके से चार्जशीट दाखिल करने से अब आरोपियों के लिए जमानत पाना मुश्किल हो गया है. इसका खुलासा सीआईडी के केस के विश्लेषण से हुआ है.

सीआईडी की चार्जशीट में अब बिंदुवार केस दर्ज होने से अनुसंधान की पूरी प्रगति की जानकारी होती है. वहीं केस के अनुसंधान में नामजद और गैर प्राथमिक अभियुक्त की भूमिका और उनके खिलाफ चार्जशीट किस धारा में दर्ज हो रहा है इसका विवरण भी डाला जा रहा है. इसके साथ ही सीआईडी की चार्जशीट में जांच का पूरा निष्कर्ष भी लिखा जा रहा है. चार्जशीट के तौर-तरीके बदलने से सीआईडी जांच वाले मामलों में आरोपियों के लिए जमानत पाना मुश्किल हो गया है.

ये भी पढ़ें-मालगाड़ी पर चढ़कर सेल्फी ले रहा था छात्र, हाई टेंशन तार की चपेट में आने से हुई मौत

सीबीआई का पैटर्न अपनाया

सीआईडी में बीते साल से ही सीबीआई के पैटर्न पर अनुसंधान का काम शुरू हो गया था. सीआईडी एडीजी अनिल पालटा के योगदान के बाद सीआईडी जांच वाले कांडों के अनुसंधान के लिए पूरी टीम का गठन किया जाता है. एक मुख्य अनुसंधानकर्ता के साथ अनुसंधानकर्ताओं की टीम होती है, जो अलग-अलग बिंदुओं पर समन्वय कर जांच करती है. सीआईडी के अनुसंधान को केस की प्रगति रिपोर्ट लिखने के लिए भी एक तय फार्मेट दिया गया है.

नए तरीके से इन कुछ प्रमुख कांड में चार्जशीट दाखिल की गई

  • पलामू में भू अर्जन विभाग पर गुमला के जनजातीय समेकित विकास योजना के खातों से 21 करोड़ से अधिक की फर्जी निकासी हुई थी. इस केस में आरोपियों के खिलाफ सीआईडी ने नए तरीके से चार्जशीट फाइल की है, हालांकि इसमें अभी कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है. सीआईडी के बेहतर ढंग से चार्जशीट दाखिल करने की वजह से ही इस मामले में दो आरोपियों की जमानत याचिका कोर्ट से खारिज हो चुकी है.

  • बड़कागांव के पूर्व थानेदार मुकेश कुमार के खिलाफ भी सीआईडी ने चार्जशीट दायर कर दिया है. जांच में मुकेश को गलत एफआईआर करवाने और सबूत मिटाने का दोषी सीआईडी ने पाया था.

  • गिरिडीह के पारसनाथ ओपी में 3 बच्चों और मां की मौत के मामले में सीआईडी ने हत्या और दहेज प्रताड़ना के मामले में पति समेत छह आरोपियों पर चार्जशीट दायर किया है.

  • सरायकेला खरसावां जिले में सहकारिता बैंक घोटाले में शामिल बैंक अधिकारियों निलंबित एजीएम और व्यवसाई के खिलाफ भी चार्जशीट हो चुकी है.

रांचीः झारखंड पुलिस के अपराध अनुसंधान विभाग यानी सीआईडी ने केस के अनुसंधान के बाद चार्जशीट का तरीका बदल दिया है. जिला पुलिस और सीआईडी के नए तरीके से चार्जशीट दाखिल करने से अब आरोपियों के लिए जमानत पाना मुश्किल हो गया है. इसका खुलासा सीआईडी के केस के विश्लेषण से हुआ है.

सीआईडी की चार्जशीट में अब बिंदुवार केस दर्ज होने से अनुसंधान की पूरी प्रगति की जानकारी होती है. वहीं केस के अनुसंधान में नामजद और गैर प्राथमिक अभियुक्त की भूमिका और उनके खिलाफ चार्जशीट किस धारा में दर्ज हो रहा है इसका विवरण भी डाला जा रहा है. इसके साथ ही सीआईडी की चार्जशीट में जांच का पूरा निष्कर्ष भी लिखा जा रहा है. चार्जशीट के तौर-तरीके बदलने से सीआईडी जांच वाले मामलों में आरोपियों के लिए जमानत पाना मुश्किल हो गया है.

ये भी पढ़ें-मालगाड़ी पर चढ़कर सेल्फी ले रहा था छात्र, हाई टेंशन तार की चपेट में आने से हुई मौत

सीबीआई का पैटर्न अपनाया

सीआईडी में बीते साल से ही सीबीआई के पैटर्न पर अनुसंधान का काम शुरू हो गया था. सीआईडी एडीजी अनिल पालटा के योगदान के बाद सीआईडी जांच वाले कांडों के अनुसंधान के लिए पूरी टीम का गठन किया जाता है. एक मुख्य अनुसंधानकर्ता के साथ अनुसंधानकर्ताओं की टीम होती है, जो अलग-अलग बिंदुओं पर समन्वय कर जांच करती है. सीआईडी के अनुसंधान को केस की प्रगति रिपोर्ट लिखने के लिए भी एक तय फार्मेट दिया गया है.

नए तरीके से इन कुछ प्रमुख कांड में चार्जशीट दाखिल की गई

  • पलामू में भू अर्जन विभाग पर गुमला के जनजातीय समेकित विकास योजना के खातों से 21 करोड़ से अधिक की फर्जी निकासी हुई थी. इस केस में आरोपियों के खिलाफ सीआईडी ने नए तरीके से चार्जशीट फाइल की है, हालांकि इसमें अभी कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है. सीआईडी के बेहतर ढंग से चार्जशीट दाखिल करने की वजह से ही इस मामले में दो आरोपियों की जमानत याचिका कोर्ट से खारिज हो चुकी है.

  • बड़कागांव के पूर्व थानेदार मुकेश कुमार के खिलाफ भी सीआईडी ने चार्जशीट दायर कर दिया है. जांच में मुकेश को गलत एफआईआर करवाने और सबूत मिटाने का दोषी सीआईडी ने पाया था.

  • गिरिडीह के पारसनाथ ओपी में 3 बच्चों और मां की मौत के मामले में सीआईडी ने हत्या और दहेज प्रताड़ना के मामले में पति समेत छह आरोपियों पर चार्जशीट दायर किया है.

  • सरायकेला खरसावां जिले में सहकारिता बैंक घोटाले में शामिल बैंक अधिकारियों निलंबित एजीएम और व्यवसाई के खिलाफ भी चार्जशीट हो चुकी है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.