रांचीः शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए झारखंड का बजट पेश किया जाएगा. यह चौथी बार होगा जब सूबे के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव बजट पेश करेंगे. बजट को लेकर सबकी अपनी-अपनी उम्मीदें हैं. विपक्षी दलों का साफ कहना है कि इस सरकार से कोई उम्मीद करना बेवकुफी है. वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि आने वाला बजट राज्य के विकास का बजट होगा.
झारखंड के आने वाले बजट को लेकर के राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गई हैं. बीजेपी नेताओं का कहना है कि झारखंड सरकार चाहे जितना बड़ा बजट बना दे, लेकिन 60 फ़ीसदी से ऊपर तो पैसा खर्च ही नहीं होता है. हर बार राशि सरेंडर होती है, उस पर से अनुपूरक बजट लाकर सरकार पैसों को मनचाहा इस्तेमाल करती है.
हालांकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता का कहना है कि हम बजट बनाते हैं जनता के लिए. जनता के विकास के लिए. बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए बीजेपी के लोगों का सिर्फ आरोप लगाने का काम है. विकास का काम तो बजट से ही होगा.
वहीं झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हमने एक बेहतरीन बजट बनाया है. जो जनता के विकास के लिए है. जनता के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. कनेक्टिविटी पर बजट में खास ध्यान रखा गया है. विपक्ष को विरोध करना है लेकिन हमारा काम विकास करना है.
साल 23-24 का पूरा बजट तैयार हो चुका है. जनता के सामने बजट आना बाकी है, लेकिन अब देखने वाली बात यही है कि इस बार के बजट में हेमंत सरकार झारखंड की जनता के लिए खुशियों की सौगात किस पिटारे से निकाल कर देती हैं.